Sunday 22 September 2019

मध्‍यप्रदेश में प्रति लीटर औसत पेट्रोल दो रुपए 91 पैसे और डीजल दो रुपए 86 पैसे महंगा होगा।








मध्‍यप्रदेश सरकार ने पेट्रोल, डीजल और शराब पर बढ़ाया पांच-पांच फीसदी वैट



















भोपाल। महंगाई की मार झेल रही जनता पर प्रदेश सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट (वेल्यू एडेड टैक्स) बढ़ाकर और दबाव बढ़ा दिया है।




शुक्रवार रात बारह बजे से प्रदेश में पेट्रोल, डीजल और शराब पर पांच-पांच फीसदी वैट टैक्स बढ़ जाएगा। इससे प्रति लीटर औसत पेट्रोल दो रुपए 91 पैसे और डीजल दो रुपए 86 पैसे महंगा हो जाएगा। सरकार को इस कदम से महीने में 225 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होगी।


वाणिज्यिक कर विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आर्थिक संसाधनों की जरूरत को देखते हुए यह कदम उठाया है। अब प्रदेश में पेट्रोल पर प्रति लीटर वैट 28 से बढ़कर 33 प्रतिशत हो जाएगा।


 


वहीं, डीजल पर वैट 18 की जगह 23 प्रतिशत की दर से वसूला जाएगा। शराब पर वैट पांच से बढ़ाकर दस प्रतिशत किया गया है। गौरतलब है कि इसके पहले सात जुलाई को पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार ने दो-दो और राज्य सरकार ने दो-दो रुपए प्रति लीटर का इजाफा किया था।











Saturday 21 September 2019

केंद्रीय दल ने माना मध्‍यप्रदेश में अतिवर्षा और बाढ़ से हुआ बड़ा नुकसान








अध्ययन दल ने नुकसान का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ को बताए हालात।




















भोपाल। अतिवर्षा और बाढ़ से प्रदेश में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। केंद्रीय अध्ययन दल ने मंदसौर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, आगर-मालवा का मैदानी जायजा लेने के बाद मंत्रालय में शुक्रवार को देर शाम मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर उन्हें नुकसान का फीडबैक दिया।




इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूछा कि आप लोग नीमच गए या नहीं, वहां भी बड़ा नुकसान हुआ है। मैं सोमवार को दौरा करने जाऊंगा। हम जल्द ही राज्य की ओर से केंद्र सरकार को आर्थिक सहायता के लिए मांग पत्र भेजने वाले हैं। यह वास्तविकता पर आधारित होगा।


 


मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश के बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ा काम करना होगा। इसके लिए भी केंद्र को सहायता देनी चाहिए। मुख्यमंत्री से भेंट के बाद दल ने राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान मुख्य सचिव एसआर मोहंती, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।


राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त सचिव संदीप पौड्रिक की अगुआई में आए दल ने बताया कि विंध्य क्षेत्र को छोड़कर पूरे प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। सोयाबीन, मूंग और उड़द की फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। कच्चे मकान बह गए तो रपटे, छोटे पुल-पुलिया बह गए।


 


कई गांवों का सड़क संपर्क ही खत्म हो गए। आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। नुकसान का जायजा लेने के लिए हमने तीन दल बनाकर मंदसौर, आगर मालवा, रायसेन, राजगढ़ और विदिशा जिले के प्रभावित गांवों का दौरा किया। दल ने बताया कि वो नुकसान के आकलन की प्रारंभिक रिपोर्ट एक सप्ताह में तैयार कर लेगा। राज्य सरकार की ओर से मिलने वाले मेमोरेंडम के बाद अंतिम रिपोर्ट तैयार की जाएगी।


मुख्यमंत्री ने अध्ययन दल से कहा कि हमारा मांग पत्र वास्तविकता पर आधारित होगा। बारिश के बाद की कार्रवाई को भी नुकसान में ही शामिल किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत काम करना होगा। इसके लिए अलग से राशि दी जानी चाहिए। बैठक के बाद दल ने प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी और उनकी टीम के साथ बैठक करके मैदानी आकलन का अनुभव साझा किया।


 


इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक आकलन के हिसाब से 11 हजार 600 करोड़ रुपए से ज्यादा के फसल, भवन, सड़क, पुल-पुलिया सहित अन्य चीजों का नुकसान पहुंचा है। 22 लाख किसानों की 25 लाख हेक्टेयर की लगभग नौ हजार 600 करोड़ रुपए मूल्य की फसल प्रभावित हुई है। किसानों को रबी फसल की तैयारी के लिए मदद की दरकार है।


ऐसे में किसान खरीफ फसलों के लिए सहकारी समितियों से लिए अल्पावधि ऋ ण को नहीं चुका पाएंगे, इसलिए इस कर्ज का मध्यावधि में तब्दील किया जाना चाहिए। केंद्रीय अध्ययन दल ने राज्य के प्रति सकारात्मक नजरिया रखने की बात कही। इस दौरान केंद्रीय अध्ययन दल के केएम सिंह, मनोज पोनीकर, डॉ. एके तिवारी, अमरनाथ सिंह और सुमित गोयल मौजूद थे।











Thursday 12 September 2019

मथुरा में बोले पीएम मोदी, ‘गाय’ का नाम सुनकर कुछ लोगों के खड़े हो जाते हैं बाल, 'ओम' सुनकर लगता है करंट

विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मोदी को इस बात के लिए चिंतित होना चाहिए कि गाय के नाम पर लोगों की हत्या हो रही है.


खास बातें



  • मथुरा में रैली के दौरान पीएम मोदी ने कही ये बात

  • विपक्ष ने बयान के लिए साधा निशाना

  • राष्ट्रीय पशु रोग उन्मूलन कार्यक्रम की पीएम ने की शुरुआत




मथुरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 'ओम' और 'गाय' शब्दों का उल्लेख करने का विरोध करने वालों पर बुधवार को तीखा प्रहार करते हुए कहा कि ऐसे लोग ही देश को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं.  इस बीच, कई विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मोदी को इस बात के लिए चिंतित होना चाहिए कि गाय के नाम पर लोगों की हत्या हो रही है और संविधान का घोर उल्लंघन हो रहा है. कान्‍हा की नगरी मथुरा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 'ओम' शब्‍द सुनते ही कुछ लोगों के कान खड़े हो जाते हैं. कुछ लोगों के कान में 'गाय' शब्‍द पड़ता है तो उनके ''बाल खड़े हो जाते हैं, उनको करंट लग जाता है. उनको लगता है कि देश 16वीं-17वीं सदी में चला गया है.''उन्होंने कहा कि ऐसे लोग ही देश को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं.

प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने मथुरा में राष्ट्रीय पशु रोग उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत की. उन्होंने कहा, ''...भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुधन बहुत मूल्यवान है . कोई कल्पना करे कि पशुधन के बिना अर्थव्यवस्था चल सकती है क्या ? गांव चल सकता है क्या ? गांव का परिवार चल सकता है क्या ? लेकिन पता नहीं 'ओम' शब्द सुनते ही करंट लग जाता है कुछ लोगों को.''


भारत में 'ट्विटर किंग' बने PM मोदी, ट्रंप-ओबामा के बाद दुनिया के तीसरे सबसे ज़्यादा फॉलोअर्स वाले राजनेता

अफ्रीका के रवांडा का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह वहां गए थे और वहां गांवों में लोगों को गाय भेंट में दी जाती है. गांव में गाय, पशुपालन और दुग्ध उत्पादन अर्थव्यवस्था का आधार बने हैं. भेंट की गयी गाय की पहली बछिया को सरकार लेती है और उन लोगों को सौंपती हैं जिनके पास गाय नहीं है. इस तरह पूरी श्रृंखला चलती रहती है और गाय लोगों की आय का एक हिस्सा बनती है.''


मोदी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाकपा के महासचिव डी. राजा ने कहा कि प्रधानमंत्री 'ओम' और 'गाय' के मुद्दे क्यों उठा रहे हैं जबकि उन्हें देश की अर्थव्यवस्था की बात करनी चाहिए. उन्होंने 'पीटीआई- भाषा' से कहा, ''वह ऐसे समय में यह बात कह रहे हैं जब गाय और भगवान के नाम पर देशभर में पीट-पीट कर हत्या की घटनाएं हो रही हैं. उन्हें देश के प्रधानमंत्री की तरह व्यवहार करना चाहिए , वास्तविक मुद्दों पर बात करनी चाहिए और बेरोजगारी की समस्या का समाधान करना चाहिए, न कि विपक्ष पर हमला करना चाहिए.''


PM मोदी के 'गाय' और 'ओम' वाले भाषण पर ओवैसी का आया Reaction




प्रधानमंत्री की टिप्पणी के बारे में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहाद उल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने टीवी चैनलों से कहा कि भारत में लोग न केवल 'ओम' और 'गाय' सुनते हैं, बल्कि मस्जिदों की अजान, गुरुद्वारों में होने वाले पाठ और गिरजाघरों की घंटी की आवाज भी सुनते हैं. उन्होंने कहा, ''लोग जब गाय के नाम पर मारे जा रहे हैं तो आपको चिंतित होना चाहिए. प्रधानमंत्री को चिंतित होना चाहिए कि संविधान का घोर उल्लंघन हो रहा है. हम अपने प्रधानमंत्री से उम्मीद करते हैं कि जब तबरेज, पहलू खान या अखलाक मारे जा रहे हैं तो उन्हें यह सोचकर चिंतित होना चाहिए कि 'मेरे देश में क्या चल रहा है.''



PMO की चिट्ठी सोशल मीडिया पर जारी करने के बाद अधिकारी को किया गया निलंबित


राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सांसद माजिद मेमन ने कहा कि मोदी एक धर्मनिरपेक्ष देश के प्रधानमंत्री हैं और उन्हें अक्सर धार्मिक मामलों का जिक्र नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा, ''वह धर्मगुरु नहीं हैं... प्रधानमंत्री को स्पष्ट कर देना चाहिए कि 'मैं सरकार के मुखिया के तौर पर किसी को भी धर्म के नाम पर, 'ओम' या 'गाय' के नाम पर किसी को बर्दाश्त नहीं करूंगा, उन्हें अपने हाथ में कानून नहीं लेने दूंगा.''





सोनिया गांधी की अध्यक्षता में चल रही कांग्रेस की अहम बैठक में आखिर क्यों नहीं गए राहुल गांधी

लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद अध्यक्ष पद से राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया था. उनके इस फैसले के बाद पार्टी के कई नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन वह इस पर अडिग रहे. इस्तीफे के साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि गांधी परिवार का कोई सदस्य अध्यक्ष नहीं बनेगा.  इसके बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई जिसमें एक बार फिर उन्हें फैसले पर विचार करने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने  साफ मना कर दिया. 



खास बातें



  • कांग्रेस अहम बैठक जारी

  • राहुल गांधी के पास बैठक में जाने की पात्रता नहीं

  • सिर्फ सांसद और CWC के मेंबर हैं




नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी  की अगुवाई में पार्टी महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों, पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं कई अन्य वरिष्ठ नेताओं की बैठक जारी है. लेकिन इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मौजूद नहीं है. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी इस बैठक में आने की पात्रता नहीं रखते हैं क्योंकि वह सिर्फ सांसद और कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य मात्र हैं. आपको बता दें कि बैठक में मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हो रही है जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा पार्टी के कई महासचिव-प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता शामिल हैं. इसमें मनमोहन सिंह और एके एंटनी विशेष आमंत्रित हैं. दूसरी ओर राहुल गांधी का कुछ देर पहले ही एक ट्वीट आया है जिसमें उन्होंने  एक अंग्रेजी दैनिक में छपे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साक्षात्कार का हवाला देते हुए गांधी ने यह भी कहा कि पहले सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि अर्थव्यवस्था को लेकर समस्या है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''इस समय दुष्प्रचार, मनगढ़ंत खबरों और युवाओं के बारे में मूर्खतापूर्ण बातें करने की जरूरत नहीं है, बल्कि भारत को एक ठोस नीति की जरूरत है ताकि अर्थव्यवस्था की स्थिति को ठीक किया जा सके.'' गांधी ने कहा, ''पहले स्वीकार करिये कि हमारे सामने समस्या है. यह स्वीकार करना ही अच्छी शुरुआत होगी.'' उन्होंने मनमोहन सिंह के जिस साक्षात्कार का हवाला दिया उसमें पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है कि नोटबंदी और गलत ढंग से जीएसटी लागू करने के कारण अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब हुई है. 

 


संकट से जूझ रही कांग्रेस के लिए क्या सोनिया गांधी आज कोई निकाल पाएंगी रास्ता?


गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद अध्यक्ष पद से राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया था. उनके इस फैसले के बाद पार्टी के कई नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन वह इस पर अडिग रहे. इस्तीफे के साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि गांधी परिवार का कोई सदस्य अध्यक्ष नहीं बनेगा.  इसके बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई जिसमें एक बार फिर उन्हें फैसले पर विचार करने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने  साफ मना कर दिया. 

एक दिन पहले कांग्रेस छोड़ने वाले महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल BJP में शामिल



बाद में कोई और रास्ता न देख कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष चुना गया. लेकिन अभी पार्टी का संकट का दूर नहीं हुआ है. एक ओर जहां राष्ट्रीय स्तर पर मतभेद उभर रहे हैं तो दूसरी ओर राज्यों के संगठन में भी सिर फुटौवल वाले हालात हैं.





ट्रैफिक के नए कानून पर बोले नितिन गडकरी- क्या राज्यों के लिए 'जान से ज्यादा जुर्माना' महत्वपूर्ण है?





 


खास बातें



  • नए ट्रैफिक नियम पर नितिन गडकरी से खास बातचीत

  • गडकरी बोले- राज्य जुर्माना घटाना चाहते हैं तो घटा दें

  • कहा- जान बचाने के लिए लाया गया है यह नियम




नई दिल्ली: मोटर व्हीकल संशोधन अधिनियम (Motor vehicle Act) पास होने के बाद यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules) को तोड़ने वालों पर नए अधिनियम के मुताबिक तगड़ा जुर्माना भी लगाया जा रहा है. इसे लेकर NDTV ने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से खास बातचीत की. NDTV से बात करते हुए नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि जो राज्य नए मोटर व्हीकल ऐक्ट (Motor Vehicle Act) के जुर्माने कम करना चाहते हैं वो घटा लें. हमारा मकसद हादसे कम करने का है. हमारा मकसद हादसे कम करने का है.

 


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बोले, राज्य चाहें तो जुर्माना घटा दें, लेकिन क्या ये सच्चाई नहीं है...


उन्होंने कहा कि जो राज्य इस नए कानून को लागू करने से इनकार कर रहे हैं उनके लिए 'जिंदगी से ज्यादा क्या पैसा महत्वपूर्ण है.' नितिन गडकरी ने कहा, 'मैंने जीवन की रक्षा करने का संकल्प लिया था और यह (नया कानून), जान बचाने के लिए किया गया है. यह मेरा पहला उद्देश्य है, लेकिन मुझे राज्य सरकारों के सहयोग की जरूरत है. यह पार्टियों और राज्य सरकारों के ऊपर होना चाहिए.

नितिन गडकरी ने कहा- कड़े नियमों का लक्ष्य है सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना


नितिन गडकरी ने राज्यों से यातायात नियमों के उल्लंघन पर जुर्माने में ढील देने की भी अपील की है. नितिन गडकरी ने कहा, 'यह कोई राजस्व इकट्ठा करने की योजना नहीं है.. क्या आपको डेढ़ लाख लोगों की मौत की चिंता नहीं है?' उन्होंने कहा, 'अगर राज्य सरकारें जुर्माने की रकम को घटाना चाहती हैं तो ठीक है, लेकिन क्या यह सच्चाई नहीं है कि लोग न तो कानून को मानते हैं और न ही इससे डरते हैं.'


...जब ट्रैफिक नियम तोड़ने पर परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी भरना पड़ा जुर्माना, जानें पूरा मामला




आपको बता दें कि गुजरात सरकार ने 'मानवता के आधार पर' यातायात नियमों के उल्लंघन पर लगाए जाने वाले जुर्माने में 90 फीसद तक की कटौती करने का निर्णय लिया है. हालांकि राज्य सरकार के इस फैसले ने बीजेपी के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी है, क्योंकि बीजेपी जुर्माने में बढ़ोतरी की पक्षधर रही है. हालांकि अब खुद बीजेपी शासित राज्य के ही एक मुख्यमंत्री ने जुर्माने में कटौती का फैसला किया है. सूत्रों का कहना है कि इस मामले में पार्टी नेतृत्व गुजरात के सीएम विजय रूपाणी से जवाब तलब कर सकती है.



जुर्माने की रकम कई गुना बढ़ी
बता दें कि मोटर व्हीकल एक्ट (Motor vehicle act) में हुए बदलाव सुर्खियां बटोर रहे हैं. यह पूरे देश में एक सितंबर से लागू हो गया है. हालांकि कुछ राज्यों ने इन्हें लागू नहीं करने का फैसला किया है. ऐसे कई अपराध हैं जिनके लिए जुर्माने की रकम बढ़ा दी गई है. बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने पर पहले पांच सौ रुपये तक जुर्माना था. यह अब 5000 रुपये होगा. ओवरस्पीडिंग के लिए पहले चार सौ रुपये तक जुर्माना था, अब यह हल्के वाहनों के लिए एक से दो हजार रुपये होगा जबकि मध्यम और भारी वाहनों के लिए दो हजार से चार हजार रुपये. खतरनाक ड्राइविंग में पहली बार पकड़े जाने पर छह महीने तक की सजा और एक हजार तक का जुर्माना होता था. इसे अब बढ़ाकर छह महीने से एक साल तक की सजा और एक हजार से पांच हजार रुपये तक का जुर्माना कर दिया गया है.







Mars 2020: NASA दे रहा है मंगल पर जाने का बोर्डिंग पास, आपने लिया क्‍या?

NASA's Mars 2020: नासा लोगों के नाम मंगल पर भेजेगा. नासा ने इच्छुक लोगों से अपने नाम भेजने को कहा है. अंतरिक्ष में रुचि रखने वाले लाखों लोगों ने नासा को अपने नाम भेजे हैं.




खास बातें



  • नासा ने मार्स '2020 रोवर' के लिए इच्छुक लोगों से नाम मंगाए हैं

  • रजिस्ट करने वालों को बोर्डिंग पास दिए जा रहे हैं.

  • रोवर को जुलाई 2020 तक प्रक्षेपित किया जाएगा.



नई दिल्ली: NASA's Mars 2020: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) अगले साल मंगल ग्रह पर अपना रोवर भेजेगी. इस मिशन पर सिर्फ रोबोट ही भेजा जाएगा, लेकिन नासा लोगों के नाम एक चिप से मंगल पर भेजेगी. इसके लिए नासा ने इच्छुक लोगों से अपने नाम भेजने को कहा है. अंतरिक्ष में रुचि रखने वाले लाखों लोगों ने नासा को अपने नाम भेजे हैं. अब तक NASA को 9 मिलियन यानी 90 लाख से ज्यादा नाम मिल चुके हैं. जिन लोगों ने अपने नाम भेजे हैं उन्हें आनलाइन बोर्डिंग पास दिए जा रहे हैं. नामों को एक सिलिकॉन वेफर माइक्रोचिप पर एक इलेक्ट्रॉनिक बीम की मदद से उकेरा जाएगा. इस चिप को रोवर लेकर जाएगा और यह चिप हमेशा के लिए मंगल (Mars) पर रहेगी. नासा का मंगल मिशन जुलाई 2020 में लॉन्च किया जाएगा और ये फरवरी 2021 में लैंड करेगा. जो लोग मंगल पर अपना नाम भेजना चाहते हैं उनके पास बुकिंग करने के लिए 20 दिन का समय रह गया है. 


रोवर की तस्वीर



नासा ने ट्वीट कर कहा, ''2021 में जब हमारा #Mars2020 रोवर लाल ग्रह पर उतरेगा, उसके पास एक माइक्रोचिप होगी जिसमें धर्ती के लाखों लोगों के नाम होंगे. क्या आपका नाम उस पर है? आपके पास 20 दिन बचे है अपना बोर्डिंग पास पाने और रोवर से अपना नाम भेजने के लिए. अभी बुक करें.


इस पेज पर भरनी होगी डिटेल


- सबसे पहले आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
- अब एक पेज खुलेगा, यहां अपना नाम, देश, पोस्टल कोड और ईमेल सबमिट करें.
- अब आपका बोर्डिंग पास जनरेट हो जाएगा.
- आप इसे डाउनलोड कर सकते हैं.
- आप इसका प्रिंट ले सकते हैं.


Mars पर भेजा जाएगा ये रोवर




ये है नासा के मंगल मिशन का उद्देश्य


नासा 2020 में मंगल पर अपना रोवर भेजेगा. रोवर का मिशन कई सवालों के जवाब खोजना है. जैसे- मंगल ग्रह पर जीवन की कितनी संभावनाएं हैं? या क्या मंगल पर कभी जीवन था? नासा का रोवर मंगल पर खुदाई करके वहां की मिट्टी के सैंपल भी इकट्ठा करेगा. रोवर ये सैंपर वहीं छोड़ देगा और भविष्य में जाने वाला एयरक्राफ्ट इस सैंपल को धरती पर लेकर आएगा.






केंद्रीय मंत्री के बयान 'PoK को भारत में शामिल करना अगला एजेंडा' पर बोले जनरल बिपिन रावत- सेना हमेशा तैयार है

जितेंद्र सिंह ने कहा था हमारा अगला एजेंडा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाना है.





नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने मंगलवार को कहा था कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिनों की सबसे बड़ी उपलब्धि में जम्मू कश्मीर (Kashmir) का विशेष दर्जा समाप्त करना शामिल है और हमारा अगला एजेंडा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाना है. इस पर जब सेना प्रमुख बिपिन रावत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सेना हमेशा तैयार रहती है. न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पत्रकार उनसे इस बारे में सवाल पूछता है तो उन्होंने कहा, 'ऐसे मामलों में सरकार फैसला लेती है. देश के बाकी संस्थान सरकार के आदेशों के मुताबिक काम करते हैं. सेना हमेशा तैयार रहती है.'

जितेंद्र सिंह ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Kashmir) के मुद्दे पर कहा था, ''यह केवल मेरी या मेरी पार्टी की प्रतिबद्धता नहीं है बल्कि यह 1994 में पीवी नरसिंह राव के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा सर्वसम्मति से पारित संकल्प है. यह एक स्वीकार्य रुख है."


कश्मीरियों के मानवाधिकार की बात करने पर पाकिस्तान को शर्म आनी चाहिए : संयुक्त राष्ट्र में बलोच


साथ ही अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त करने पर पाकिस्तान की ओर से शुरू किये गए दुष्प्रचार अभियान पर जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने कहा था कि विश्व का रुख भारत के अनुकूल है. उन्होंने कहा, ''कुछ देश जो भारत के रुख से सहमत नहीं थे, अब वे हमारे रुख से सहमत हैं.'' उन्होंने कहा कि कश्मीर में आम आदमी मिलने वाले लाभों को लेकर खुश है.

SCO मिलिट्री मेडिसिन कॉन्फ्रेंस में नहीं पहुंचा पाकिस्तानी प्रतिनिधि मंडल, भेजा गया था न्योता



केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कश्मीर मंगलवार को कहा था कि कश्मीर न तो बंद है और ना ही कर्फ्यू के साए में है, बल्कि वहां सिर्फ कुछ पाबंदियां लगी हुई हैं. उन्होंने देश विरोधी ताकतों को चेतावनी दी कि उन्हें जल्द उस मानसिकता को बदलना होगा कि वे कुछ भी करने के बाद बच निकलेंगे. जितेंद्र सिंह ने पत्रकारों से कहा, ''हमें ऐसे बयानों (कश्मीर कर्फ्यू के साए में है और पूरी तरह से बंद है) की निंदा करने की जरूरत है. कश्मीर बंद नहीं है. वहां कर्फ्यू नहीं है. अगर कर्फ्यू होता तो लोगों को 'कर्फ्यू पास' के साथ बाहर निकलना होता.''





Monday 9 September 2019

'सेक्स के बदले डिग्री' देती थी ये प्रोफेसर, गिरफ्तारी के 11 महीने बाद कोर्ट ने दी जमानत

प्रोफेसर पर आरोप है कि वह महिला छात्राओं को मदुरैई कामराज यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए अच्छे नंबर और पैसों का लालच देती थी.



तमिलनाडु: सनसनीखेज सेक्स स्कैंडल कांड में आरोपी महिला कॉलेज की प्रोफेसर को मद्रास हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी के 11 महीने बाद सशर्त जमानत दी है. मदुरैई बेंच के जस्टिस एन किरूबाकरण और एसएस सुंदर ने निलंबित असिस्टेंट प्रोफेसर निर्मला देवी को जमानत दी है. प्रोफेसर पर आरोप है कि वह महिला छात्राओं को मदुरैई कामराज यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए अच्छे नंबर और पैसों का लालच देती थी. सरकारी वकील ने कोर्ट में कहा कि उन्हें जमानत देने पर कोई एतराज नहीं है. कोर्ट ने प्रोफेसर को पुलिस के साथ जांच में पूरा सहयोग करने के निर्देश दिए हैं और मीडिया में किसी तरह का इंटरव्यू देने से मना किया, जिससे जांच प्रभावित हो.


इससे पहले निचली कोर्ट और हाईकोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी थी. प्राइवेट कॉलेज देवंगा आर्ट्स कॉलेज की प्रोफेसर देवी को पिछले साल 16 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. प्रोफेसर का छात्राओं के साथ बातचीत का एक ऑडियो वायरल होने के बाद कॉलेज और एक महिला फोरम की शिकायत पर उसके खिलाफ कार्रवाई हुई थी. ऑडियो क्लिप में प्रोफेसर कथित रूप से कुछ अधिकारियों के साथ छात्राओं को 'एडस्ट' करने की सलाह दे रही थीं.


जिस अफसर को 20 साल से ढूंढ रही थी CBI,वह फर्जी प्रोफेसर बन MBBS छात्रों को पढ़ाते हुए पकड़ाया


गिरफ्तारी से पहले कॉलेज की अंदरूनी जांच के बाद प्रोफेसर को निलंबित कर दिया था. ऑडियो सामने आने के बाद विवाद बढ़ने पर मामले को राज्य की सीआईडी को सौंप दिया गया था. देवी से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने असिस्टेंट प्रोफेसर वी मुरुगन और रिसर्च छात्र करुप्पासामी को भी इस मामले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. हाईकोर्ट द्वारा याचिका खारिज किए जाने के बाद इन दोनों को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी.


परीक्षा में पास कराने की बात कह 19 साल की छात्रा से यौन संबंध बनाना चाहता था यह प्रोफेसर, चढ़ा पुलिस के हत्थे


पिछले साल सितंबर महीने में सीबी-सीआईडी ने 200 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी. इससे पहले जुलाई महीने में 1600 पेज की प्री चार्जशीट दाखिल की गई थी.


 


दिग्विजय सिंह बोले- BJP और बजरंग दल वाले ISI से ले रहे हैं पैसे, मुस्लिमों से ज्यादा गैर-मुस्लिम कर रहे हैं पाकिस्तान के लिए जासूसी

न्यूज एजेंसी एएनआई ने दिग्विजय सिंह का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह कहते हैं, 'बजरंग और भाजपा वाले आईएसआई से पैसा ले रहे हैं.







दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर लगाया आरोप


 




  • दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर साधा निशाना

  • पाकिस्तान की ऐजेंसी आईएसआई से पैसे लेने का लगाया आरोप

  • दिग्विजय सिंह ने बजरंग दल पर भी लगाया आरोप




नई दिल्लीकांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी और बजरंग दल पर आरोप लगाया है कि ये आईएसआई से पैसा लेते हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई ने दिग्विजय सिंह का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह कहते हैं, 'बजरंग और भाजपा वाले आईएसआई से पैसा ले रहे हैं. इस पर थोड़ा ध्यान दीजिए. एक बात और कि पाकिस्तान के आईएसआई की जासूसी मुस्लिम से ज्यादा गैर मुस्लिम कर रहे हैं.' बता दें, दिग्विजय सिंह शनिवार को कहा कि सरकार मान रही है कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत खराब हो रही है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिट इंडिया की चिंता कर रहे हैं.

देश की अर्थव्यवस्था खराब हो रही है और सरकार भी कह रही है कि देश की जीडीपी गिर रही है. हालत ऐसे हैं कि रिजर्व बैंक से रुपये लेने पड़ रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी को फिट इंडिया की चिंता है. उन्होंने कहा कि फिट इंडिया होना चाहिए, लेकिन यहां कुपोषण है, गरीबी, मंहगाई, अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी का हल चाहिए.वहीं, मध्यप्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष तय करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस दिन सोनिया जी तय करेंगी, उस दिन कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष तय हो जायेगा. अभी तो पोस्ट खाली नहीं है, कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं.


अमरनाथ यात्रा रोकने के मामले पर बोले दिग्विजय सिंह, झूठ बोल रही है मोदी सरकार, बड़ी कार्रवाई के लक्षण



गौरतलब है कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधा हो. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान को दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद को भारत को सौंपना चाहिए. उन्होंने कहा था कि यदिपाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारतीए पीएम से दोस्ती जता रहे हैं तो उन्हें यह करना चाहिए. 


भोपाल सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने पर कहा था कि 'सिर्फ घोषणा से क्या होता है, जब पाकिस्तान के पीएम, पीएम मोदी जी के साथ दोस्ती जता रहे हैं तो दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद को तत्काल भारत को सौंप देना चाहिए.'
वोटरों को लुभाने के लिए 'हिन्दुत्व कार्ड ' के बाद अब इसका सहारा ले रही हैं साध्वी प्रज्ञा









दिग्विजय सिंह की पार्टी कांग्रेस ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के संयुक्त राष्ट्र के कदम का स्वागत किया था. हालांकि कांग्रेस ने यूएन की रिपोर्ट में पुलवामा और जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधि में अजहर की भूमिका का जिक्र नहीं होने पर निराशा भी जाहिर की थी. कांग्रेस ने कहा था कि उन्हें मोदी सरकार से उम्मीद थी कि वह चीन के साथ इस मामले में तेज गति से काम करेंगे क्योंकि ऐसा होता तो पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को रोका जा सकता था और कई जानें बच सकती थी. मोदी सरकार को अब अजहर के सिर पर इनाम की घोषणा के लिए आगे बढ़ना चाहिए जैसा कि यूपीए सरकार ने मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद के साथ किया था.    


मसूद का वैश्विक आतंकी घोषित होना पीएम मोदी की कूटनीतिक जीत : राजनाथ सिंह


कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा कि 'देर से ही सही' अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित करना एक स्वागत योग्य कदम है और भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर कृतसंकल्प है और पूरा देश इस खतरे से निपटने के लिए एकजुट है. सुरेजवाला ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को अब मसूद अजहर की संपत्तियों और वित्तपोषण को अपने कब्जे में कर लेना चाहिए. कांग्रेस ने मांग की कि मोदी सरकार को जैश-ए-मोहम्मद पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए काम करना चाहिेए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जैश के अन्य आतंकवादियों को भी इसी तरह काली सूची में डाला जाए


Sunday 8 September 2019

रामनाथ कोविंद के विमान को गुजरने देने से किया इनकार:पाकिस्तान

रामनाथ कोविंद के विमान को गुजरने देने से किया इनकार



पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विमान को गुजरने देने से किया इनकार




पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की आइसलैंड की यात्रा के लिए उनके हवाई क्षेत्र से विमान को गुजरने देने संबंधी भारत के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया है



इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की आइसलैंड की यात्रा के लिए उनके हवाई क्षेत्र से विमान को गुजरने देने संबंधी भारत के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया है। राष्ट्रपति कोविंद की सोमवार से आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया की यात्रा शुरू होगी। इस दौरान वह भारत की ''राष्ट्रीय चिंताओं'' खासतौर पर इस साल पुलवामा में हुए हमले सहित आतंकवादी घटनाओं से इन देशों के शीर्ष नेतृत्व को अवगत करा सकते हैं। 


कुरैशी ने सरकारी प्रसारक पीटीवी को बताया कि कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह निर्णय लिया है। भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद से इमरान सरकार भारत पर प्रतिबंध लगाने को लेकर विपक्ष और कुछ मंत्रियों के दबाव में है। अभी तक पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने पर फैसला नहीं किया है लेकिन राष्ट्रपति कोविंद के विमान को मंजूरी न देकर उसने अपनी मंशा जाहिर की है। 


कुरैशी ने कहा कि नई दिल्ली का कश्मीर पर रुख गंभीर मामला है और वह इसे संयुक्त राष्ट्र मानवधिकार परिषद में ले जाएंगे। उन्होंने इंगित किया कि पांच अगस्त को कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद प्रशासन की ओर से लगाए प्रतिबंध 34 दिन बीतने के बाद भी जारी है। कश्मीर में पुलवामा आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविरों को नष्ट किया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने 26 फरवरी को अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर दिया था। 


हालांकि 27 मार्च को उसने नई दिल्ली, बैंकॉक और कुआलालंपुर को जाने वाली उड़ानों को छोड़ बाकी के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोल दिया था। 15 मई को पाकिस्तान ने भारत जाने वाले विमानों के लिए प्रतिबंध को 30 मई तक बढ़ा दिया था। पाकिस्तान ने 16 जुलाई को अपने हवाई क्षेत्र को सभी नागरिक विमानों के लिए खोला। पांच अगस्त को भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करने के फैसले के बाद से भारत-पाकिस्तान में तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान ने विरोध में भारत के साथ द्विपक्षीय कारोबार भी स्थगित कर दिया है।





काले चने के फायदे डायबिटीज और एनीमिया के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद हैं।

काले चने को गुड़ के साथ खाएं, खत्म हो जाएगी एनीमिया की समस्या



काले चने को किसी भी रूप में खाएं, इससे शरीर को फायदा मिलेगा। खासकर डाइबटडीज और एनीमिया के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद हैं।


काले चने black chana यूं तो हर घर की किचन में मिल जाएंगे लेकिन इसके फायदे बहुत ही कम लोग जानते हैं। काले चने ऊर्जा का एक बहुत बड़ा स्त्रोत होने के साथ  साथ कई सारी बीमारियों को भी काबू में रखने में सहयोग करते हैं। 


कम ही लोग जानते हैं कि काले चने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन protein, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम और दूसरे मिनरल्स होते हैं। ये विटामिंस का भी भंडार है क्योंकि इसमें ए, बी, सी, डी और के अलावा फास्फोरस भी भरपूर मात्रा में होता है।


एनीमिया के रोगियों के लिए काले चने वरदान हैं क्योंकि इसे भिगोकर खाने से शरीर में खून की कमी दूर होती है।


अगर आप कब्ज से जूझ रहे हैं तो रात में काले चने भिगोकर रख दीजिए, सुबह उन्हें चबा चबा कर खाइए और वो पानी भी पी लीजिए। इससे कब्ज में राहत मिलेगी औऱ पाचन की दिक्कत भी दूर हो जाएगी।


मोटे लोगों को हर वक्त की भूख दूर करने के लिए काले चने का सेवन करना चाहिए। इससे बेवक्त की भूख भी शांत होगी और वजन भी कम होगा। 


जो लोग डाइबटीज से जूझ रहे हैं, उनके लिए काले चने बहुत फायदेमंद हैं। काले चने के लगातार सेवन से मधुमेह नियंत्रण में रहता है।  दरअसल काले चने में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जो रक्त में मौजूद शर्करा के अवशोषण को कम करती है और इससे मधुमेह के रोगी को फायदा मिलता है। 


रोज सुबह काले चने खाने से हडिड्यों को भी मजबूती मिलती है क्योंकि इसमें मौजूद विटामिक के शरीर में कैल्शियम को कमी नहीं होने देता। 


मध्यप्रदेश कांग्रेस में घमासान के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने CM कमलनाथ को दिया 'संदेश'

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने CM कमलनाथ को दिया यह 'संदेश'


ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने संवाददाताओं से कहा, 'सभी पक्षों को सुनने के बाद पार्टी के भीतर मतभेदों को हल करना मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है.'



खास बातें



  • कमलनाथ दोनों पक्षों की बात सुनें: सिंधिया

  • 'मतभेदों को सुलझाना मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी'

  • 'किसी का हस्तक्षेप सरकार में नहीं होना चाहिए'




नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी में मचे घमासान के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि जो आरोप लगाए गए हैं, वह गंभीर है, और मुख्यमंत्री को दोनों पक्षों की बात सुननी चाहिए. ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने संवाददाताओं से कहा, 'सभी पक्षों को सुनने के बाद पार्टी के भीतर मतभेदों को हल करना मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है.' संवाददाताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) और वन मंत्री उमंग सिंघार के बीच पैदा हुए विवाद को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) को बैठकर इस विषय पर दोनों पक्षों की बात सुननी चाहिए, और समाधान निकालना चाहिए. बहुत मुश्किल और मेहनत से हम लोगों ने 15 साल कड़ी मेहनत कर कांग्रेस का शासन स्थापित किया है. अभी छह माह भी नहीं हुए और मतभेद उठ रहे हैं तो मुख्यमंत्री का दायित्व होता है कि दोनों पक्षों के साथ बैठकर सलाह-मशविरा करें और समाधान निकालें.'

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति के सवाल पर ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले- इसका निर्णय सोनिया गांधी करेंगी


ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) से जब संवाददाताओं ने सिंघार द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री सिंह पर लगाए गए आरोपों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, 'आरोप गंभीर हैं और इस पर जरूर दोनों पक्षों को बैठाकर बात होनी चाहिए. सरकार को अपने दम और आधार पर चलना चाहिए, किसी का हस्तक्षेप सरकार में नहीं होना चाहिए. इसमें कोई दो राय नहीं है.' उन्होंने आगे कहा, 'सरकार को स्वतंत्र होकर कार्य करना चाहिए. जो मुद्दे आए हैं, उस पर मुख्यमंत्री को मंत्री उमंग सिंघार की भी बात सुननी चाहिए और जो सत्य है उसपर भी कार्रवाई होनी चाहिए


वन मंत्री का दिग्विजय पर एक और हमला, कहा- जनता की सरकार है; किसी नेता की नहीं


बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंत्रियों को पत्र लिखकर मुलाकात का समय मांगा था, जो वायरल हो गया था. इससे वन मंत्री सिंघार नाराज थे. इसके बाद उन्होंने दिग्विजय पर शराब कारोबारियों, अवैध खनन करने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था. इस पर राज्य सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने सिंघार को आड़े हाथों लिया था. मामले के तूल पकड़ने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हस्तक्षेप किया था. मुख्यमंत्री से सिंघार की मंगलवार रात मुलाकात हुई.


सोनिया गांधी से मिले मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ, राज्य में की नए अध्यक्ष की मांग


सूत्रों के अनुसार, मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने सिंघार को हिदायत दी. सिंघार बुधवार दोपहर मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि उनकी 'मुख्यमंत्री कमलनाथ व प्रदेश प्रभारी बावरिया से बात हो गई है. उनके सामने अपनी बात रख दी है, अब उन्हें कुछ नहीं कहना है.'


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ बोले- मुझे नहीं लगता, ज्योतिरादित्य सिंधिया नाराज़ हैं


इस बीच, भोपाल में वनमंत्री उमंग सिंघार के घर के बाहर उनका ही पुतला जलाया गया, पुतला जलाने वाले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने कहा कि जबतक उमंग सिंघार दिग्विजय सिंह से माफी नहीं मांगेगे वो उनका विरोध करते रहेंगे. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान आया कहा सरकार में बाहरी हस्तक्षेप नहीं होना चाहिये. सरकार को स्वतंत्र होकर काम करना चाहिये, जो मुद्दे आए हैं मुख्यमंत्री को उमंग जी की बात सुनना चाहिये जो सत्य है उसपर कार्य होना चाहिये. दिग्विजय सिंह जी से भी बात की जानी चाहिये.


वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक ऐंदल सिंह कंषाना ने उमंग सिंघार को बर्खास्त करने की मांग कर दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसे बयान देने वाले मंत्रियों पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिये. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने सरकार बनाई, सरकार बनाने में सबसे बड़ा योगदान दिग्विजय सिंह का ही रहा उनका जीवन बेदाग है. उन्होंने मांग की मुख्यमंत्री उमंग सिंघार, गोविंद सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी प्रद्युम्न सिंह तोमर को बर्खास्त करें. इनमें से लगभग सारे नाम सिंधिया सर्मथकों के हैं.


जवाब दूसरे गुट से भी आया सिंधिया समर्थक परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत ने भी दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार में दिग्विजय सिंह को हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है. वह मंत्रियों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं और स्वतंत्रता से काम नहीं करने दे रहे हैं. वहीं श्रम मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने कहा जनता ने बीजेपी के नारे माफ करो महाराज को नकारते हुए प्रदेश में कांग्रेस को बहुमत दिया और सरकार बनाई. दिग्विजय सिंह जी उस समय कहां थे जब कांग्रेसी सड़कों पर संघर्ष कर रहे थे.


वहीं जबलपुर से कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने दिग्विजय का पक्ष लेते हुए कहा कि उन्होंने मंत्रियों को पत्र लिखकर कोई गलत काम नहीं किया वह बड़े नेता हैं किसी भी मंत्री से जवाब सवाल कर सकते हैं. वहीं अलीराजपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल ने उमंग सिंघार को बीजेपी का दलाल बताते दिया. धार से विधायक हीरालाल अलावा ने भी सरकार के प्रति असंतोष प्रकट किया है. अलावा ने कहा कि सरकार आदिवासियों के हितों की रक्षा नहीं कर रही है, तो निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने भी स्पष्ट तौर पर कहा कि इस सरकार में हमारा भविष्य सुरक्षित नहीं है.


उधर बीजेपी कांग्रेस के खींचतान पर ठहाके लगा रही है. बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक ही काम है अपने संगठन की फजीहत करना जो वो कर रहे हैं, सिंधिया हो, दिग्विजय हों, उमंग सिंघार हो और खुद कमलनाथ के लोग कोई पीछे नहीं चल रहा है, एक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में इससे खराब दिन हमने किसी पार्टी के नहीं देखे.





नासा ने की इसरो की तारीफ, कहा- आपकी यात्रा ने हमें प्रेरित किया

नासा ने ट्वीट कर कहा कि अंतरिक्ष मुश्किलों से भरा है। हम इसरो के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के प्रयास की सराहना करते हैं। आपकी यात्रा ने हमें प्रेरित किया



नई दिल्ली। नासा ने चंद्रयान मिशन-2 के लिए इसरो की तारीफ की है। नासा ने ट्टवीट कर कहा है, "अंतरिक्ष मुश्किलों से भरा है। हम इसरो के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के प्रयास की सराहना करते हैं। आपकी यात्रा ने हमें प्रेरित किया है और हम भविष्य में साथ मिलकर सौर मंडल के अवसरों का पता लगाने के लिए तत्पर हैं।"


यूएई की स्पेस एजेंसी ने इसरो को अंतरिक्ष क्षेत्र में रणनीतिक खिलाड़ी बताते हुए ट्वीट किया, "हम इसरो को अपने पूर्ण समर्थन का आश्वासन देते हैं। भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में एक रणनीतिक खिलाड़ी साबित हुआ और इसके विकास और उपलब्धियों में भागीदार है।"

 

मिशन के लगभग 95 फीसद लक्ष्य हासिल हुए: इसरो

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार को कहा कि अब तक चंद्रयान-2 मिशन के लक्ष्यों को 90 से 95 फीसद तक हासिल किया जा चुका है और लैंडर से संपर्क टूटने के बावजूद इससे चंद्र विज्ञान में योगदान जारी रहेगा। अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी कहा कि सटीक प्रक्षेपण और मिशन प्रबंधन से ऑर्बिटर का सात साल लंबा जीवन सुनिश्चित है, जबकि पूर्व में इसके जीवनकाल को एक वर्ष रखने की योजना थी।


चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने के भारत के साहसिक कदम को शनिवार तड़के उस वक्त झटका लगा जब चंद्रयान-2 के लैंडर 'विक्रम' से चांद की सतह से महज 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर संपर्क टूट गया। इसरो ने इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए बताया, “विक्रम लैंडर ने अपनी 35 किलोमीटर की कक्षा से सतह से ठीक दो किलोमीटर नीचे उतरने में प्रक्षेपण का तय योजना के मुताबिक पालन किया। इस बिंदु तक उसकी सभी प्रणालियां और तंत्र ठीक काम कर रहे थे और इससे लैंडर में इस्तेमाल वेरियेबल थ्रस्ट प्रोपल्शन तकनीक समेत कई नई तकनीकें साबित हुईं।”


इसमें कहा गया कि सफलता का पैमाना मिशन के हर चरण के लिये परिभाषित था और अब तक मिशन के 90 से 95 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिये गए हैं और ये चंद्र विज्ञान के क्षेत्र में योगदान जारी रखेंगे भले ही लैंडर से हमारा संपर्क टूट गया है। 



Saturday 7 September 2019

चंद्रयान 2 के चांद की सतह पर कदम रखने में सस्पेंस बना हुआ है.

चंद्रयान 2 के चांद की सतह पर कदम रखने में सस्पेंस बना हुआ है. फिलहाल इसरो ने बताया कि विक्रम लैंडर से उनका संपर्क टूट गटा है.


इसरो का विक्रम लैंडर से संपर्क टूटा, पीएम मोदी ने बढ़ाया वैज्ञानिकों का हौसला



चंद्रयान 2 के चांद की सतह पर कदम रखने में सस्पेंस बना हुआ है. फिलहाल इसरो ने बताया कि विक्रम लैंडर से उनका संपर्क टूट गटा है. इसरो ने बताया कि चांद से 2.1 किमी दूर तक चंद्रयान-2 से संपर्क था, लेकिन फिलहाल संपर्क टूट गया है. इसरो चीफ के मुताबिक अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरान इसरो सेंटर में मौजूद थे. उन्होंने वैज्ञानिकों की पीठ थपथपाई और उनका हौसला बढ़ाया. पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों की तारीफ करते हुए कहा यह कोई छोटी कामयाबी नहीं है. मेरी तरफ से आपको बधाई. इससे हम काफी कुछ सीख सकते हैं. मैं आपके साथ हूं. हिम्मत के साथ चलें.


इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार देर रात चंद्रयान-2 के लैंडर 'विक्रम' के चांद पर उतरने के ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए येलहांका एयरबेस पहुंचे. प्रधानमंत्री एक विशेष विमान से यहां आए और उनका स्वागत करने के लिए राज्यपाल वजुभाई वाला, मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा और प्रह्लाद जोशी और कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक और राज्य के भाजपा प्रमुख नलीन कुमार कटिल पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी ने दिन में ट्वीट किया था, 'मैं बेंगलुरु के इसरो केंद्र में भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए बेहद उत्साहित हूं


 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार देर रात चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ के चांद पर उतरने के ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए येलहांका एयरबेस पहुंचे.

पीएम मोदी चंद्रयान-2 की लैंडिंग के ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने के लिए बेंगलुरु पहुंचे



नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार देर रात चंद्रयान-2 के लैंडर 'विक्रम' के चांद पर उतरने के ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए येलहांका एयरबेस पहुंचे. प्रधानमंत्री एक विशेष विमान से यहां आए और उनका स्वागत करने के लिए राज्यपाल वजुभाई वाला, मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा और प्रह्लाद जोशी और कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक और राज्य के भाजपा प्रमुख नलीन कुमार कटिल पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी ने दिन में ट्वीट किया था, 'मैं बेंगलुरु के इसरो केंद्र में भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए बेहद उत्साहित हूं.'  









लैंडर 'विक्रम' शुक्रवार औऱ शनिवार की दरम्यानी रात डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा. 'विक्रम' के अंदर रोवर 'प्रज्ञान' है जो शनिवार सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे के बीच बाहर निकलेगा. भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास के इस अभूतपूर्व क्षण का गवाह बनने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बेंगलूर स्थित इसरो के केंद्र में मौजूद रहेंगे. प्रधानमंत्री मोदी, ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता के जरिए इसरो द्वारा देशभर से चुने गए दर्जनों छात्र-छात्राएं, बड़ी संख्या में मीडिया कर्मी और अन्य लोग इसरो टेलीमेंट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) के जरिए यहां इस ऐतिहासिक लम्हे का सीधा नजारा देखेंगे. 









Chandrayaan 2:अब मोदी के बाद छत्तीसगढ़ के CM ने बढ़ाया वैज्ञानिकों का हौसला, कहा- चक्रव्यूह तोड़कर अभिमन्यु बना है ISRO

'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का बीती रात चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया. सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था.


खास बातें



  • भूपेश बघेल ने इसरो की अभिमन्यु से की तुलना

  • चंद्रयान-2 से संपर्क टूटने पर भावुक हो गए थे इसरो चीफ

  • पूरे देश ने इसरो के वैज्ञानिकों के साथ दिखाई एकजुटता




नई दिल्ली: चंद्रयान-2 की लैंडिंग के दौरान विक्रम लैंडर से संपर्क टूट जाने को लेकर देश भर में गम का माहौल है लेकिन लोग इसरो के वैज्ञानिकों के इस प्रयास की सराहना की है. इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी महाभारत में चक्रव्यूह भेदने के दौरान अभिमन्यु के कथानक का जिक्र करते हुए इस मिशन के लिए वैज्ञानिकों की मेहनत की तारीफ की है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,  हो सकता है कि चक्रव्यूह का सातवाँ चरण भेदने में थोड़ा बिलम्ब हो जाए लेकिन 6 चरणों को भेदकर विश्व भर में अपना इतिहास गढ़ना ही किसी को 'अभिमन्यु' बनाता है. इसरो ने विश्व को संदेश दे दिया है कि 21 वीं सदी भारत की ही होने वाली है. सभी के कठिन परिश्रम और लगन को मेरा सलाम.''


Chandrayaan 2: अक्षय कुमार ने चंद्रयान 2 पर किया ट्वीट, 'चंद्रयान 3' का किया जिक्र



बता दें 'चंद्रयान-2' के लैंडर 'विक्रम' का बीती रात चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया. सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था.  लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया. 'विक्रम' ने 'रफ ब्रेकिंग' और 'फाइन ब्रेकिंग' चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन 'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया. इसके साथ ही वैज्ञानिकों और देश के लोगों के चेहरे पर निराशा की लकीरें छा गईं. लैंडर विक्रम से संपर्क टूटने के बाद पीएम मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित देश के तमाम नेताओं ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया.


Chandrayaan 2: चंद्रयान पर आया अमिताभ बच्चन का रिएक्शन, कहा, हम 2.1 किमी पहले ही फेल...



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबंधित घटनाक्रम के मद्देनजर आज सुबह आठ बजे राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ''आप वो लोग हैं जो मां भारती के लिए उसकी जय के लिए जीते हैं. आप वो लोग हैं जो मां भारती के जय के लिए जूझते हैं. आप वो लोग हैं जो मां भारती के लिए जज्बा रखते हैं. और इसलिए मां भारती का सिर ऊंचा हो इसके लिए पूरा जीवन खपा देते हैं. अपने सपनों को समाहित कर देते हैं. साथियों मैं कल रात को आपकी मनोस्थिति को समझता था. आपके आंखें बहुत कुछ कहती थीं. आपके चेहरे की उदासी मैं पढ़ पाता था और उसलिए ज्यादा देर मैं आपके बीच नहीं रुका. कई रातों से आप सोए नहीं है फिर भी मेरा मन करता था कि एक बार सुबह फिर से आपको बुलाऊं आपसे बातें करूं.''





Zomato ने 541 कर्मचारियों को कंपनी से बाहर निकाला, बयान जारी कर बताई ये वजह

ऑनलाइन फूड डिलेवरी प्लेटफॉर्म Zomato ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए अपने 541 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.


नई दिल्लीऑनलाइन फूड डिलेवरी प्लेटफॉर्म Zomato ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए अपने 541 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इसमें कंपनी ने अपने सभी सेक्शन से लोगों की बड़े पैमाने पर छंटनी की है. इसमें ग्राहक, व्यापारी और डिलेवरी सपोर्ट टीमें शामिल हैं. कंपनी के इस फैसले का असर जोमैटो में काम करने वाले 10 फीसदी कर्मचारियों पर पड़ा है. 


जोमैटो ने इस कदम के पीछे तकनीकी बदलावों को वजह बताया है. कंपनी के बयान के अनुसार वह ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल कर रही है जोकि ग्राहकों की शिकायतों के निपटारे, पूछताछ समेत तमाम कार्यों में मददगार साबित हो रहा है. 


जोमैटों ने कहा कि हमारे लिए यह फैसला काफी कष्टदायक रहा. हमने कर्मचारियों को दो से चार महीने का वेतन (उनकी कार्यअवधि के अनुसार), 2020 तक के लिए उनके परिवार का बीमा जैसी सेवाएं उपलब्ध कराई हैं. कंपनी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हमने पाया कि तकनीकी बदलाव के साथ तैयार किए गए प्लेटफॉर्म की मदद से हमारी सेवाएं बेहतर हुई हैं. साथ ही ऑर्डर संबंधी शिकायतों में भी कमी आई है.  


हरियाणा: विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को झटका,सुमित्रा चौहान हुईं बीजेपी में शामिल

हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को उस वक्त जोर का झटका लगा जब पार्टी की प्रदेश महिला इकाई प्रमुख सुमित्रा चौहान ने पार्टी छोड़ कर सत्तारूढ़ भाजपा का दामन थाम लिया.


रोहतक: हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को उस वक्त जोर का झटका लगा जब पार्टी की प्रदेश महिला इकाई प्रमुख सुमित्रा चौहान ने पार्टी छोड़ कर सत्तारूढ़ भाजपा का दामन थाम लिया. हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुमित्रा चौहान का प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला ने पार्टी में स्वागत किया.चौहान ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा इसलिए दे दिया क्योंकि वह 'तीन तलाक' और अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने के मामले में पार्टी के रूख से 'पूरी तरह निराश और हताश' हो गई थीं. 


सुमित्रा ने कहा, 'इन मुद्दों पर कांग्रेस का रूख जनभावना के बिल्कुल विपरीत था. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से मनोहर लाल खट्टर प्रदेश में सरकार चला रहे हैं उससे वह बेहद खुश हैं. इस दौरान बराला ने कहा कि चौहान को पार्टी में बिना किसी शर्त के शामिल किया गया है. हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. 


Thursday 5 September 2019

श्री गणेश जी की आरती


 


।। श्री गणेशाय नमः ।।


सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची |
नुरवी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची |
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची |
कंठी झळके माळ मुक्ताफळाची || १ ||


जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ||
रत्नखचित फरा तूज गौरीकुमरा |
चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा |
हिरे जडित मुकुट शोभतो बरा |
रुणझुणती नुपुरे चरणी घागरिया || 2 ||


लंबोदर पितांबर फनी वरवंदना |
सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना |
दास रामाचा वाट पाहे सदना |
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवंदना |
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती |
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती || ३ ||


।। श्री गणेशाय नमः ।।


गणपति की सेवा


गणपति की सेवा मंगल मेवा,
सेवा से सब विध्न टरें।


तीन लोक तैतिस देवता,
द्वार खड़े सब अर्ज करे॥
(तीन लोक के सकल देवता,
द्वार खड़े नित अर्ज करें॥)


ऋद्धि-सिद्धि दक्षिण वाम विराजे,
अरु आनन्द सों चवर करें।


धूप दीप और लिए आरती,
भक्त खड़े जयकार करें॥


गुड़ के मोदक भोग लगत है,
मुषक वाहन चढ़ा करें।


सौम्यरुप सेवा गणपति की,
विध्न भागजा दूर परें॥


भादों मास और शुक्ल चतुर्थी,
दिन दोपारा पूर परें ।


लियो जन्म गणपति प्रभुजी ने,
दुर्गा मन आनन्द भरें॥


अद्भुत बाजा बजा इन्द्र का,
देव वधू जहँ गान करें।


श्री शंकर के आनन्द उपज्यो,
नाम सुन्या सब विघ्न टरें॥


आन विधाता बैठे आसन,
इन्द्र अप्सरा नृत्य करें।


देख वेद ब्रह्माजी जाको,
विघ्न विनाशक नाम धरें॥

एकदन्त गजवदन विनायक,
त्रिनयन रूप अनूप धरें।


पगथंभा सा उदर पुष्ट है,
देख चन्द्रमा हास्य करें॥


दे श्राप श्री चंद्रदेव को,
कलाहीन तत्काल करें।


चौदह लोक मे फिरे गणपति,
तीन भुवन में राज्य करें॥


गणपति की पूजा पहले करनी,
काम सभी निर्विघ्न सरें।


श्री प्रताप गणपतीजी को,
हाथ जोड स्तुति करें॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा,
सेवा से सब विध्न टरें।


तीन लोक तैतिस देवता,
द्वार खड़े सब अर्ज करे॥


गणपति की सेवा मंगल मेवा,
सेवा से सब विध्न टरें।


Shlok:
व्रकतुंड महाकाय,
सूर्यकोटी समप्रभाः।
निर्वघ्नं कुरु मे देव,
सर्वकार्येषु सर्वदा॥