Monday, 9 September 2019

'सेक्स के बदले डिग्री' देती थी ये प्रोफेसर, गिरफ्तारी के 11 महीने बाद कोर्ट ने दी जमानत

प्रोफेसर पर आरोप है कि वह महिला छात्राओं को मदुरैई कामराज यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए अच्छे नंबर और पैसों का लालच देती थी.



तमिलनाडु: सनसनीखेज सेक्स स्कैंडल कांड में आरोपी महिला कॉलेज की प्रोफेसर को मद्रास हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी के 11 महीने बाद सशर्त जमानत दी है. मदुरैई बेंच के जस्टिस एन किरूबाकरण और एसएस सुंदर ने निलंबित असिस्टेंट प्रोफेसर निर्मला देवी को जमानत दी है. प्रोफेसर पर आरोप है कि वह महिला छात्राओं को मदुरैई कामराज यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए अच्छे नंबर और पैसों का लालच देती थी. सरकारी वकील ने कोर्ट में कहा कि उन्हें जमानत देने पर कोई एतराज नहीं है. कोर्ट ने प्रोफेसर को पुलिस के साथ जांच में पूरा सहयोग करने के निर्देश दिए हैं और मीडिया में किसी तरह का इंटरव्यू देने से मना किया, जिससे जांच प्रभावित हो.


इससे पहले निचली कोर्ट और हाईकोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी थी. प्राइवेट कॉलेज देवंगा आर्ट्स कॉलेज की प्रोफेसर देवी को पिछले साल 16 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. प्रोफेसर का छात्राओं के साथ बातचीत का एक ऑडियो वायरल होने के बाद कॉलेज और एक महिला फोरम की शिकायत पर उसके खिलाफ कार्रवाई हुई थी. ऑडियो क्लिप में प्रोफेसर कथित रूप से कुछ अधिकारियों के साथ छात्राओं को 'एडस्ट' करने की सलाह दे रही थीं.


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गिरफ्तारी से पहले कॉलेज की अंदरूनी जांच के बाद प्रोफेसर को निलंबित कर दिया था. ऑडियो सामने आने के बाद विवाद बढ़ने पर मामले को राज्य की सीआईडी को सौंप दिया गया था. देवी से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने असिस्टेंट प्रोफेसर वी मुरुगन और रिसर्च छात्र करुप्पासामी को भी इस मामले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. हाईकोर्ट द्वारा याचिका खारिज किए जाने के बाद इन दोनों को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी.


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पिछले साल सितंबर महीने में सीबी-सीआईडी ने 200 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी. इससे पहले जुलाई महीने में 1600 पेज की प्री चार्जशीट दाखिल की गई थी.


 


दिग्विजय सिंह बोले- BJP और बजरंग दल वाले ISI से ले रहे हैं पैसे, मुस्लिमों से ज्यादा गैर-मुस्लिम कर रहे हैं पाकिस्तान के लिए जासूसी

न्यूज एजेंसी एएनआई ने दिग्विजय सिंह का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह कहते हैं, 'बजरंग और भाजपा वाले आईएसआई से पैसा ले रहे हैं.







दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर लगाया आरोप


 




  • दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर साधा निशाना

  • पाकिस्तान की ऐजेंसी आईएसआई से पैसे लेने का लगाया आरोप

  • दिग्विजय सिंह ने बजरंग दल पर भी लगाया आरोप




नई दिल्लीकांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी और बजरंग दल पर आरोप लगाया है कि ये आईएसआई से पैसा लेते हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई ने दिग्विजय सिंह का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह कहते हैं, 'बजरंग और भाजपा वाले आईएसआई से पैसा ले रहे हैं. इस पर थोड़ा ध्यान दीजिए. एक बात और कि पाकिस्तान के आईएसआई की जासूसी मुस्लिम से ज्यादा गैर मुस्लिम कर रहे हैं.' बता दें, दिग्विजय सिंह शनिवार को कहा कि सरकार मान रही है कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत खराब हो रही है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिट इंडिया की चिंता कर रहे हैं.

देश की अर्थव्यवस्था खराब हो रही है और सरकार भी कह रही है कि देश की जीडीपी गिर रही है. हालत ऐसे हैं कि रिजर्व बैंक से रुपये लेने पड़ रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी को फिट इंडिया की चिंता है. उन्होंने कहा कि फिट इंडिया होना चाहिए, लेकिन यहां कुपोषण है, गरीबी, मंहगाई, अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी का हल चाहिए.वहीं, मध्यप्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष तय करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस दिन सोनिया जी तय करेंगी, उस दिन कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष तय हो जायेगा. अभी तो पोस्ट खाली नहीं है, कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं.


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गौरतलब है कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधा हो. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान को दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद को भारत को सौंपना चाहिए. उन्होंने कहा था कि यदिपाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारतीए पीएम से दोस्ती जता रहे हैं तो उन्हें यह करना चाहिए. 


भोपाल सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने पर कहा था कि 'सिर्फ घोषणा से क्या होता है, जब पाकिस्तान के पीएम, पीएम मोदी जी के साथ दोस्ती जता रहे हैं तो दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद को तत्काल भारत को सौंप देना चाहिए.'
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दिग्विजय सिंह की पार्टी कांग्रेस ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के संयुक्त राष्ट्र के कदम का स्वागत किया था. हालांकि कांग्रेस ने यूएन की रिपोर्ट में पुलवामा और जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधि में अजहर की भूमिका का जिक्र नहीं होने पर निराशा भी जाहिर की थी. कांग्रेस ने कहा था कि उन्हें मोदी सरकार से उम्मीद थी कि वह चीन के साथ इस मामले में तेज गति से काम करेंगे क्योंकि ऐसा होता तो पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को रोका जा सकता था और कई जानें बच सकती थी. मोदी सरकार को अब अजहर के सिर पर इनाम की घोषणा के लिए आगे बढ़ना चाहिए जैसा कि यूपीए सरकार ने मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद के साथ किया था.    


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कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा कि 'देर से ही सही' अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित करना एक स्वागत योग्य कदम है और भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर कृतसंकल्प है और पूरा देश इस खतरे से निपटने के लिए एकजुट है. सुरेजवाला ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को अब मसूद अजहर की संपत्तियों और वित्तपोषण को अपने कब्जे में कर लेना चाहिए. कांग्रेस ने मांग की कि मोदी सरकार को जैश-ए-मोहम्मद पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए काम करना चाहिेए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जैश के अन्य आतंकवादियों को भी इसी तरह काली सूची में डाला जाए