पुलिस-प्रशासन सतर्क, सामान्य दिनों की तरह हलचल
- पुराने भोपाल के ज्यादातर इलाकों में भारत बंद का असर, सुरक्षा को लेकर 3 हजार पुलिसकर्मी तैनात
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पुलिस-प्रशासन ने कहा- जबरन दुकानें बंद कराने और वॉट्सएप पर भड़काऊ मैसेज भेजने पर कार्रवाई होगी
भोपाल. नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) के खिलाफ बुधवार को विभिन्न संगठनों के भारत बंद का आह्वान किया है। बंद का मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। वहीं, इकबाल मैदान में विरोध करीब 10 हजार लोगों ने रैली निकाली और हाथों में तिरंगे लेकर नारेबाजी की। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। पुलिस ड्रोन से बंद की निगरानी कर रही है।
वाॅट्सएप ग्रुप्स पर भड़काऊ मैसेज भेजने पर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान स्कूल-कॉलेज, सवारी वाहन समेत अन्य सरकारी दफ्तर खुले हुए हैं। डीआईजी इरशाद वली का कहना है कि किसी भी संगठन ने यदि जबरन दुकानें, बसें या अन्य संस्थानों को बंद करवाया तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
भारत बंद के आह्वान का मध्यप्रदेश में असर नजर नहीं आया, हालांकि पुलिस ने एहतियात के तौर पर सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है और डीआईजी इरशाद वली खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। निगरानी के लिए आधुनिक संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा जबलपुर, ग्वालियर, सागर, होशंगाबाद, रीवा, सीहोर, रायसेन और अन्य जिलों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार स्थिति सामान्य दिनों की तरह है। बाजार भी खुले हुए हैं। सभी 52 जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है।
इंदौर में आंशिक असर देखने को मिल रहा
इंदौर में बड़वाली चौकी, सदर बाजार, खजराना, जवाहर मार्ग, आजाद नगर रानीपुरा आदि क्षेत्रों में बंद का असर थोड़ा बहुत दिखाई दिया। शेष शहर में जनजीवन सामान्य दिनों की तरह दिखा। कलेक्टर लोकेश जाटव ने बताया कि ऐहतियातन सभी क्षेत्रों में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। उप पुलिस महानिरीक्षक रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि पुलिस की एक विशेष टीम सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है। व्यवस्था बनाये रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
पुराने भोपाल में दिखा असर
सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में बुधवार को बहुजन क्रांति मोर्चा ने राष्ट्रव्यापी भारत बंद का आह्वान किया है। बंद को कई मुस्लिम संगठनों ने भी समर्थन दिया है। बुधवार को राजधानी भोपाल के पुराने भोपाल में बुधवारा, इतवारा, सुल्तानिया रोड, जहांगीराबाद, शाहजहानाबाद, काजी कैंप आदि पुराने शहर के इलाके पूरी तरह से बंद हैं। वहीं पीर गेट इलाके में बंद का मिला जुला असर है।
- विरोध में भोपाल के इकबाल मैदान में करीब 10 हजार लोगों ने निकाली रैली, नारेबाजी की
अफसरों ने बंद को लेकर तैयारी की थी
हालांकि, बंद को लेकर किसी भी संगठन ने जिला प्रशासन और पुलिस के पास कोई आवेदन नहीं किया है। कलेक्टर तरुण पिथोड़े और डीआईजी इरशाद वली ने जिले के तमाम अफसरों के साथ मंगलवार को बैठक लेकर कानून व्यवस्था का जायजा लिया था। 3000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
2 हजार वॉट्सएप ग्रुप पर नजर, 35 को नोटिस
एएसपी संदेश जैन ने बताया कि बंद को लेकर सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज भेजने वाले 35 लोगों को नोटिस जारी कर दिया गया है। ये नोटिस संबंधित थाना प्रभारियों की ओर से जारी किए गए हैं। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल भी करीब 2000 वॉट्सएप ग्रुप पर नजर रखे हुए हैं।
शांतिपूर्ण बंद की अपील
विधायक आरिफ मसूद बंद के समर्थन में सराफा मार्केट और चौक बाजार में व्यापारियों के पास पहुंचे। उन्होंने व्यापारियों से एनआरसी, सीएए और एनपीआर के समर्थन में बाजार बंद रखने की अपील की। साथ ही शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील भी की है। भोपाल डीईओ नितिन सक्सेना का कहना है कि स्कूल बुधवार को खुले हैं। सहोदय कॉम्प्लेक्स से संबंधित कोई भी स्कूल बंद नहीं रहेगा। स्कूल वैन एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवकुमार सोनी ने बताया कि स्कूल वैन चलेंगी। लो-फ्लोर, चार्टड बसों का संचालन होता रहेगा। न्यू मार्केट और सराफा बाजार खुला रहेगा।
पुलिस ड्रोन से कर रही निगरानी
- राजधानी में भारत बंद का खास असर नहीं।
- पुराने शहर के कुछ इलाको में सिर्फ बंद का असर।
- पुलिस पुराने शहर में ड्रोन से रख रही नज़र।
- शहरभर में बेरिगेट्स लगाकर पुलिस कर रही वाहनों की चेकिंग।
- पुलिस का बयान इच्छा से जिसे रखना है दुकान बंद रखे, लेकिन जबरन दुकान बंद कराने पर कार्रवाई होगी।
- आरएएफ एसटीएफ समेत करीब 3 हज़ार से ज्यादा पुलिस बल तैनात।
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