Tuesday 4 February 2020

सरकारी नौकरी / इंडियन आर्मी के लिए मांगे आवेदन, 20 फरवरी तक करें अप्लाय

सरकारी नौकरी / इंडियन आर्मी ने 191 इंजीनियरिंग पदों के लिए मांगे आवेदन, 20 फरवरी तक करें अप्लाय




एजुकेशन डेस्क. भारतीय थल सेना ने अपने टेक्निकल कोर्स के लिए 191 इंजीनियरिंग पदों के लिए एप्लिकेशन मांगे हैं। सेना ‘55वें एसएससी (टेक्निकल) मैन कोर्स’और ‘26वें एसएससी (टेक्निकल) वूमन कोर्स’के जरिए इंजीनियरिंग डिग्री वाले पुरूषों और महिलाओं की भर्तियां की जाएगी। सभी पद शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) के आधार पर भरे जाएंगे। इस कोर्स की शुरुआत अक्टूबर 2020 में होगी। इच्छुक और योग्य अभ्यर्थी 20  फरवरी तक ऑनलाइन अप्लाय कर सकते हैं। 


एलिजिबिलिटी



  • किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी/ इंस्टीट्यूट से संबंधित इंजीनियरिंग विषय में बीई/ बीटेक की डिग्री धारक अप्लाय कर सकते है। 

  • इंजीनियरिंग की बैचलर डिग्री के अंतिम वर्ष में पढ़ रहे युवा भी पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऐसे उम्मीदवारों को 01 अक्टूबर 2020 तक पास होना अनिवार्य है। 


आयु सीमा
आवेदक की उम्र 20 से 27 वर्ष बीच हो। अभ्यर्थी का जन्म 02 अक्टूबर 1993 से 01 अक्टूबर 2000 (दोनों तारीखें भी शामिल) के बीच हुआ हो। आयुसीमा की गणना 01 अक्टूबर 2020 के आधार पर की जाएगी।


सिलेक्शन प्रोसेस



  • योग्यता और नंबरों के आधार पर अभ्यर्थियों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।  शॉर्टलिस्ट किए गए अभ्यर्थियों को एसएसबी इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा।

  • चयनित उम्मीदवारों को सिलेक्शन सेंटर पर साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्रुप टेस्ट, और इंटरव्यू देना होगा। 

  • चयन की यह प्रक्रिया दो चरणों में पांच दिन तक चलेगी। पहले चरण में असफल अभ्यर्थी अयोग्य घोषित कर दिए जाएंगे।

  • इसके बाद मेडिकल जांच में पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग के लिए नियुक्त किया जाएगा।  

  • यहां होगा इंटरव्यू- इलाहाबाद, भोपाल, बेंगलुरु


55वां शॉर्ट सर्विस कमिशन (टेक्निकल) मैन कोर्स, पद : 175













































विषयपद
सिविल42
मेकेनिकल14
इलेक्ट्रिकल/ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स17
कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग/ कंप्यूटर टेक्नोलॉजी/आईटी/ एमएससी (कंप्यूटर साइंस)58
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलिकम्युनिकेशन/ टेलिकम्युनिकेशन/ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन/ सेटेलाइट कम्युनिकेशन21
इलेक्ट्रॉनिक्स/ ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स/ फाइबर ऑप्टिक्स/ माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स एंड माइक्रोवेब08
प्रोडक्शन इंजीनियरिंग 02
आर्किटेक्चर/ बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी, पद05
एरोनॉटिकल/ बैलिस्टिक/ एवियोनिक्स/एयरोस्पेस पद08


                            
26वां शॉर्ट सर्विस कमिशन (टेक्निकल) वूमन कोर्स, पद : 14

































विषयपद
सिविल03
आर्किटेक्चर/ बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी01
मेकेनिकल02
इलेक्ट्रिकल/ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स 02
कंप्यूटर साइंस  एंड इंजीनियरिंग/ कंप्यूटर टेक्नोलॉजी/इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी/ एमएससी (कंप्यूटर साइंस)03
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलिकम्युनिकेशन/  टेलिकम्युनिकेशन/ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन/ सेटेलाइट कम्युनिकेशन 03

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परीक्षा आयोजित करेगा एमपीपीएससी

फरवरी से मई तक कई कैडर के लिए परीक्षा आयोजित करेगा एमपीपीएससी




एजुकेशन डेस्क. मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई में कई कैडर के लिए परीक्षा आयोजित करेगा। फरवरी से मई तक राज्य अभियांत्रिकी सेवा, दंत चिकित्सक, मेडिकल ऑफिसर, सहायक भौमिकीविद, खनिज अधिकारी, खनिज निरीक्षक, फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बायोलॉजी के वैज्ञानिक अधिकारी, प्राचार्य वर्ग 1 एवं 2 की परीक्षा होगी। इसके लिए एमपीपीएससी ने बाकायदा शेड्यूल तक जारी कर दिया है।


9 संवर्गों के पदों के लिए परीक्षा और परिणामों की समय सारिणी जारी की























































परीक्षा का नामप्रारंभिक परीक्षापरिणाम
सहायक संचालक
एवं कृषि विकास
फरवरीमार्च
दंत चिकित्सकफरवरीफरवरी
अभियांत्रिकी सेवाअप्रैलमई
मेडिकल ऑफिसरअप्रैलमई
सहायक भौमिकिविदमईजून
खनिज अधिकारीमईजून
खनिज निरीक्षकमईजून
वैज्ञानिक अधिकारीजूनजुलाई
प्राचार्य वर्ग1-2 जूनजुलाई


देरी होने से गड़बड़ा सकता है मौजूदा वर्ष का शेड्यूल
एमपीपीएससी की राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2019 के रिजल्ट का परीक्षार्थियों को बेसब्री से इंतजार है। आयोग द्वारा रिज़ल्ट के लिए बताई गई 31 जनवरी बीत चुकी है जबकि अभी तक आयोग गलत प्रश्नों के संबंध में ही किसी अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सका है। जानकारों का मानना है कि प्रारंभिक परीक्षा के रिज़ल्ट में देरी से इस वर्ष की मुख्य परीक्षा और फिर साक्षात्कार तो लेट हो ही जाएंगे, वर्ष 2020 के कार्यक्रम पर भी इसका असर पड़ सकता है।


वर्ष 2019 की राज्य सेवा परीक्षा का विज्ञापन लंबे इंतजार के बाद साल के अंत तक ही जारी हो पाया था, इस कारण प्रारम्भिक परीक्षा 12 जनवरी को हो पाई थी।इस परीक्षा के दोनों प्रश्न पत्रों में प्रश्नों को लेकर विवाद की स्थिति बनी थी।दूसरे पेपर में भील समाज पर पूछे गए प्रश्नों पर विवाद होने पर उन्हें हटा दिया गया था।इसी प्रकार प्रथम प्रश्न पत्र यानि सामान्य अध्ययन के पेपर में कुछ प्रश्नों के विकल्पों को लेकर विवाद था,आयोग ने इन प्रश्नों पर आपत्ति मंगवाई थी जिनका अंतिम तौर पर निराकरण अभी तक नहीं हो सका।


11 साल में दूसरी बार गेप, बना रहता है ओवरएज होने का डर
एमपीपीएससी की परीक्षा में पिछले 11 साल में दूसरी बाद गेप हुआ है। विशेषज्ञ कहते हैं कि परीक्षा के आयोजन में अंतराल होने से इसमें शामिल होने वाले युवा उम्मीदवार को ओवरएज होने का डर बना रहता है। 2010 से अब तक दूसरी बाद परीक्षा की अवधि में अंतराल की स्थिति बनी। 2011 में परीक्षा नहीं हुई। इसके बाद 2012 से 2018 पीएससी परीक्षा नियमित हुई। इसके बाद 2019 में होने वाली परीक्षा छात्र संगठनों, उम्मीदवारों के दबाव के चलते एक साल बाद हो सकी। एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि यदि प्रारंभिक परीक्षा के नतीजों में देर की तो इसकी आशंका और भी बढ़ जाएगी।



लोक सेवा आयोग ने 26 नवंबर 2019 को अपना 2020 का परीक्षा कैलेंडर जारी किया था। इसके मुताबिक 12 जनवरी को संम्पन्न प्री का रिजल्ट 31 जनवरी को आना था। मुख्य परीक्षा अप्रैल में, साक्षात्कार अगस्त में कराकर सितंबर 2020 तक राज्यसेवा परीक्षा 2019 पूर्ण करना है, क्योंकि आयोग के प्रस्तावित कार्यक्रम अनुसार 2020 की प्री परीक्षा भी इसी साल जुलाई में होना है। गौरतलब है कि विज्ञापन में देरी के कारण ही आयोग ने आयु सीमा में एक साल की छूट दी थी।



एमपी बोर्ड / आज से शुरू 5वीं और 8वीं की प्री वार्षिक परीक्षा

 8 फरवरी तक होंगे एग्जाम




एजुकेशन डेस्क. इस बार बोर्ड पैटर्न पर होने वाली सरकारी स्कूलों की 5वीं- 8वीं की सालाना परीक्षा के पहले प्री-वार्षिक परीक्षा भी ली जाएगी। इसके लिए 3 तारीख यानी सोमवार से पेपर भी शुरू हो गए है, जो 8 फरवरी तक चलेंगे।


राज्य शिक्षा केंद्र ने जिला परियोजना समन्वयकों को इस बारे में निर्देश जारी कर दिए हैं। राज्य शिक्षा केंद्र की संचालक आईरीन सिंथिया जेपी ने बताया कि शिक्षा के अधिकार कानून में संशोधन के मद्देनजर यह कवायद की जा रही है। 


स्कूल लेवल पर होगी परीक्षा


निर्देश में यह भी कहा गया है कि यह परीक्षा स्कूल लेवल पर ही आयोजित की जाए। इसमें सभी विषयों के पेपर होंगे। लिखित परीक्षा के लिए मुख्य विषयों के प्रश्न पत्र राज्य शिक्षा केंद्र से तैयार कराए जाएंगे। इस दौरान कक्षाओं में ब्लैकबोर्ड पर प्रश्न लिखे जाएंगे। उत्तर लिखने के लिए बच्चों को कॉपियां दी जाएंगी।



एनएसडी / नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन टेस्ट

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन टेस्ट 2020 के लिए 28 फरवरी तक करें अप्लाय




एजुकेशन डेस्क. नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) ने डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन मांगे हैं। जुलाई 2020 से आरम्भ होने वाले पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अभिनय, निर्देशन, परिकल्पना और अन्य रंगमंचीय विधाओं में प्रशिक्षण के जरिए स्टूडेंट्स को व्यावसायिक कलाकार बनाना है।


कोर्स


नाट्य कला में तीन वर्षीय डिप्लोमा कोर्स।


एलिजिबिलिटी 
किसी मान्यता प्राप्त भारतीय या विदेशी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों के पास न्यूनतम 6 अलग-अलग नाटकों में भाग लेने का अनुभव और उसका प्रमाण (भाग लेने का प्रभाण-पत्र, विवरणिका, पत्रक, समाचार-पत्र आदि) होना अनिवार्य है। इसके साथ ही हिंदी व अंग्रेजी का व्यावहारिक ज्ञान और न्यूनतम एक रंगमंच विशेषज्ञ का रिकमेन्डेशन लेटर होना चाहिए।


जरूरी तारीखें
आवेदन की अंतिम तिथि - 28 फरवरी, 2020
परीक्षा की तिथि - मई/जून 2020


एग्जाम पैटर्न 
परीक्षा में एक्टिंग स्किल्स और एप्टीट्यूड से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं।


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शाहीन बाग में फायरिंग करने वाले आरोपी ने पुलिस पूछताछ


पूछताछ में कहा- आखिर हिंदुओं के देश में...


पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया है कि मुझे इस बात का भी गुस्सा था कि आखिर कैसे एक हिंदू देश में कुछ लोग बीते एक महीने से सड़क पर कब्जा करके बैठे हुए हैं.







नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर फायरिंग करने वाले आरोपी ने पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं. आरोपी कपिल गुज्जर ने पुलिस को बताया है कि वह दूध बेचने और शादी में शामिल होने के लिए इस इलाके में आया था. लेकिन सड़क पर लग रहे जाम की वजह उसे गुस्सा आ गया और वह शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों को मचा चखाने के लिए वहां गया. पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया है कि मुझे इस बात का भी गुस्सा था कि आखिर कैसे एक हिंदू देश में कुछ लोग बीते एक महीने से सड़क पर कब्जा करके बैठे हुए हैं. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि आरोपी के पास पिस्तौल कहां से आई. पुलिस टीम इसकी भी जांच कर रही है. पुलिस रविवार यानी आज आरोपी को दिल्ली के साकेत कोर्ट में पेश करेगी जहां से उसका रिमांड मांगा जाएगा. 


दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल ने दिया शाहीन बाग में सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश







बता दे कि जामिया इलाके में हुई फायरिंग के दो दिन बाद ही शाहीन बाग में भी पुलिस बैरिकेड के पास फायरिंग की गई थी. आरोपी ने जय श्रीराम के नारे लगाते हुए फायरिंग की थी. पुलिस बैरिकेड के पास फायरिंग करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया था और उससे पूछताछ जारी है. बता दें कि शाहीन बाग में तकरीबन डेढ़ महीने से प्रदर्शन चल रहा है. आरोपी का नाम कपिल गुर्जर बताया जा रहा है और वह पूर्वी दिल्ली के दल्लूपुरा गांव का रहने वाला है. शाहीन बाग थाने ले जाकर कपिल गुर्जर से पूछताछ की जा रही है. दिल्ली पुलिस के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने बताया था कि यह शख्स हवा में फायरिंग कर रहा था, जिसे तुरंत की गिरफ्तार कर लिया गया. 


शाहीन बाग फायरिंग: शख्स ने बताई गोली चलाने की वजह, कहा- 'मुट्ठी भर लोगों ने शाहीन बाग को...'


एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि पुलिस के पास में खड़े शख्स ने दो-तीन बार फायरिंग की. उसने बताया, 'हमने अचानक गोलियों की आवाज सुनी. उस समय वह 'जय श्रीराम' के नारे लगा रहा था. उसके पास सेमी ऑटोमेटिक गन थी और उसने दो राउंड फायर किए. पुलिस उसके पीछे खड़ी थी. उसने आगे बताया था कि जब उसकी बंदूक जाम हो गई, तो वह भागने लगा. उसने फिर से फायरिंग की कोशिश की बंदूक को झाड़ियों में फेंक दिया. इसके बाद हमने कुछ पुलिसवालों की मदद से उसे पकड़ लिया. इससे पहले गुरुवार को दिल्‍ली के जामिया इलाके में सीएए का विरोध कर रहे छात्रों पर एक नाबालिग ने गोली चला दी थी जिसे पुलिस ने मौके पर हिरासत में ले लिया था. उसकी गोली से शादाब नाम का एक छात्र घायल हो गया था.



जामिया फायरिंग मामला: CAA के खिलाफ प्रदर्शनों को राष्ट्र विरोधी गतिविधियां मानता था नाबालिग


बता दें कि हाल ही में शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन स्थल के पास एक शख्स हथियार लेकर पहुंच गया था. हाजी लुकमान नाम के इस शख्स का कहना था कि वह 30 साल से इसी इलाके में रहता था और वहां वह लोगों से बात करने और उसे समझाने पहुंचा था. हाजी लुकमान ने बताया था कि वह प्रदर्शन कर रहे लोगों को सिर्फ यह समझाने गया था कि एक तरफ का रास्ता खोल दिया जाए, क्योंकि इलाके के लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है. एक तरफ से रास्ता खोलने से स्कूल बस और जरूरी वाहनों को निकलने में आसानी होगी.


जामिया फायरिंग केस: निशाने पर था शाहीन बाग, ऑटो ड्राइवर की वजह से टला बड़ा कांड


बता दें कि शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन की अगुआई मुख्य तौर पर महिलाएं कर रही हैं. इस प्रदर्शन में हर रोज हजारों की तादाद में समर्थकों का जमावड़ा लग रहा है. मालूम हो कि जामिया, शाहीन बाग और निजामुद्दीन में चल रहे प्रदर्शनों की सुरक्षा को लेकर अब चर्चा का दौर शुरू हो गया है. शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों ने रोड ब्‍लॉक कर रखा है जबकि जामिया और निजामुद्दीन में प्रदर्शनकारियों ने रोड को ब्‍लॉक नहीं किया. शाहीन बाग रोड ब्‍लॉक होने से नोएडा और उसके आसपास के इलाकों से आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.





एम्स के कार्डियो साइंस सेंटर में लगी आग, मौके पर पहुंची दमकल की 10 गाड़ियां


एम्स के कार्डियो साइंस सेंटर में आग लगने की जानकारी सामने आ रही है.अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ है.





नई दिल्ली: 

एम्स के कार्डियो साइंस सेंटर में आग लगने की जानकारी सामने आ रही है.अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मौके पर दमकल की 10 गाड़ियां पहुंच चुकी हैं. 











हाल ही में एम्स के टीचिंग ब्लॉक में आग लगी थी, जिसके बाद एम्स प्रशासन की लापरवाही सामने आई थी. कुछ ही महीनों के भीतर एम्स जैसे संस्थान में आग लगना अपने आप में बड़े सवालों की तरफ इशारा करता है. अगस्त में एम्स के जिस हिस्से में आग लगी थी उसके पास फायर एनओसी नहीं था. एम्स जैसे बड़े संस्थानों में हर साल फायर एनओसी सर्टिफाइड करवाया जाता है.  


 


 





रसोइये का वेतन 9 हजार, पर बच्चे साफ करते हैं चावल

बिलासपुर :वनवासी छात्रावास रसोइये का वेतन 9 हजार, पर बच्चे साफ करते हैं चावल, खाना भी खुद ही पकाते हैं अधीक्षक और कर्मचारियों को हर माह वेतन के नाम पर मिलते हैं 75 हजार रुपए




बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कोटा ब्लाक के ग्राम करगीखुर्द में वनवासी सेवा मंडल से संचालित बापा छात्रावास है। इस छात्रावास में बच्चों के खाने और वहां पदस्थ अधीक्षक समेत कर्मचारियों का वेतन भी अनुदान के रूप में आदिवासी विकास विभाग देता है। इस तरह हर माह खाने और वेतन का खर्च करीब 75 हजार रुपए मासिक आता है। पर यहां बच्चे चावल भी चुनते हैं और खाना भी पका रहे हैं। 



वर्तमान में पदस्थ रसोइये को 9 हजार रुपए वेतन मिल रहा है, लेकिन मौके पर छात्रावास में अधीक्षक गायब थे। हालांकि रसोइया जरूर मौजूद था, लेकिन उसकी जगह छात्र खाने की तैयारी में लगे हुए थे। छात्रावास में कक्षा छठवीं से आठवीं तक रहकर आदिवासी छात्र पढ़ाई करते हैं। विभाग के सहायक संचालक सीएल जायसवाल से इस संबंध में चर्चा करने पर मामले की जांच कराने की बात कहते हैं। 



एनजीओ घोटाला / आरोपी आईएएस अधिकारी ने दायर की रिव्यू पीटिशन,1 हजार करोड़ का है कथित घोटाला

 विशेष बेंच गठित करने की मांगबिलासपुर हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह का भी जुड़ा है नाम 




बिलासपुर.  हाईकोर्ट की विशेष बेंच ने 1 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि के कथित घोटाला मामले में सीबीआई को एफआईआर और जांच का आदेश दिए हैं। सोमवार को आईएएस अफसर बाबूलाल अग्रवाल की तरफ से अधिवक्ता राहुल तामस्कर ने रिव्यू पीटिशन दायर किया। दोपहर के वक्त चीफ जस्टिस के सामने मामले को अर्जेंट सुनवाई के लिए मेंशन किया गया। आवेदन पर चीफ जस्टिस ने विशेष बेंच गठित करने की मांग को स्वीकार कर लिया है। इस मामले में शुक्रवार को सतीश पांडेय की तरफ से अधिवक्ता आयुष भाटिया ने रिव्यू पीटिशन दायर की थी।
 


रायपुर के माना स्थित एनजीओ राज्य स्त्रोत निशक्त जन संस्थान के नाम पर राज्य के 12 अफसरों पर 1 हजार करोड़ रुपए का घोटाला किए जाने का आरोप है। समाज कल्याण विभाग से संबंधित इस एनजीओ से संबंधित सभी अफसर और प्रबंधन मंडल के खिलाफ रायपुर के कुंदन सिंह ठाकुर ने अधिवक्ता देवर्षि ठाकुर के माध्यम से 2018 में याचिका दायर की थी। इस पर जस्टिस प्रशांत मिश्रा और जस्टिस पीपी साहू की विशेष बेंच ने 30 जनवरी को सीबीआई से मामले की जांच कराने के निर्देश देते हुए, सीबाईआई को एक सप्ताह में विवेक ढांड, एनके राउत, आलोक शुक्ला, सुनील कुजूर, बीएल अग्रवाल, सतीश पांडेय, पीपी सोती, राजेश तिवारी, अशोक तिवारी, हरमन खलखो, एमएल पांडेय, पंकज वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का भी आदेश दिया है।



सलमान खान (Salman Khan) हाल ही में आईफा (IIFA) की प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए मध्य प्रदेश पहुंचे थे


सलमान खान ने मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ को बताया 'यंगर ब्रदर', बोले- इन्हें छोटा भाई कहना ही पड़ेगा क्योंकि मध्य प्रदेश के शहर इंदौर पहुंचकर उनकी बचपन की यादें ताजा हो गईं. सलमान खान ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी मुलाकात की.







सलमान खान (Salman Khan) हाल ही में आईफा (IIFA) की प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए मध्य प्रदेश पहुंचे थे. जहां मध्य प्रदेश के शहर इंदौर की बचपन की यादें ताजा हो गईं और उन्होंने अपनी जिंदगी से जुड़ी कई दिलचस्प बातें भी शेयर की. सलमान खान ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी मुलाकात की और उन्हें अपना छोटा भाई बताया. राजधानी के मिंटो हॉल में आईफा अवार्ड की तारीखे के ऐलान के लिए आयोजित समारोह में सलमान खान की मध्य प्रदेश से जुड़ी यादें ताजा हो गईं. इंदौर में जन्मे सलमान ने अपने बचपन की यादों को साझा करते हुए कहा, 'यहां आकर मुझे लगता है कि मैं अपने घर के मैदान में बैठा हूं. बचपन में पिता के साथ जीप में बैठकर मुंबई से इंदौर आता था और कुछ माह यहां रहने के बाद वापस लौट जाता था. हमारी पैतृक संपत्ति इंदौर में है.' 


सलमान खान (Salman Khan) ने मजाकिया अंदाज में कहा, 'मैं और अन्य भाई कंसीव तो मुंबई में हुए मगर डिलिवरी इंदौर में हुई. इससे पिताजी को भी पत्नी से तीन-चार माह दूर रहने का मौका मिल जाया करता था. वहीं जब हम बड़े हुए तो इंदौर आते थे, पलासिया और बरतरी के खेत में रहना पसंद करते थे. सर्दी और गर्मी की छुट्टियां इंदौर में ही कटती थी.' राज्य से अपने रिश्तों का जिक्र करते हुए सलमान खान ने कहा कि वे लगभग 39 साल पहले भोपाल आए थे और यहां के खंडेरा क्षेत्र में दो माह रहे थे. उन्होंने कहा, 'खंडेरा की फैमिली बड़ी थी, उसमें से कई लोग अब नहीं हैं, ईश्वर से उनके लिए कामना और जो हैं वे स्वस्थ्य रहें.





सलमान खान (Salman Khan) ने मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) को अपना यंगर ब्रदर बताकर कहा, 'इन्हें ओल्डर ब्रदर (बड़ा भाई) तो नहीं कह सकते, इन्हें यंगर ब्रदर (छोटा भाई) ही कहना पड़ेगा. इस यंग स्टेट के लिए इनसे बड़ा यूथ सीएम (मुख्यमंत्री) कोई नहीं है.' उन्होंने उम्मीद जताई कि, इस आईफा अवार्ड के आयोजन के बाद से यहां फिल्मों की शूटिंग भी शुरू हो जाएगी, सरकार छूट भी देगी. उन्होंने कहा, 'हमारा तो मध्य प्रदेश से खास लगाव है क्योंकि पढ़ाई-खिलाई भी यहीं हुई है. बचपन यहीं गुजरा है, जो भी सीखा है यहीं से सीखा है. पर्दे पर सलमान खान को जितना भी देख रहे हो, मैं जो भी हूं, अच्छा ही हूं, बुरा तो नहीं कह सकता, यही की तालीम की वजह से हूं जो कुछ हूं.' 


टिप्पणियां

परिवार में काम करने वाले तेसू की चप्पल खोने और उसे ढूंढने के किस्से को भी सलमान खान ने सुनाया. उन्होंने कहा, 'खेत में एक दिन तेसू की चप्पल खो गई. अरबाज और वह दोनों वहां खेल रहे थे, जब तेसू की चप्पल नहीं मिली तो दोनों ने मिलकर गेहूं के ढेर को एक स्थान से दूसरे और फिर वहां से अन्य स्थान पर रखा. तेसू की एक चप्पल तो मिल गई, मगर दूसरी नहीं मिली. अब तक तेसू की दूसरी चप्पल ना मिलना राज है, उसे अब भी खोज रहे हैं.' इस मौके पर कमल नाथ ने सलमान खान को उनकी बचपन की तस्वीरों का कोलाज भेंट किया. इसमें सलमान खान की कई तस्वीरें हैं. इस मौके पर जैकलिन फर्नाडिस भी मौजूद रहीं.





शाहीन बाग़ में ऐसे ही नहीं चल रही गोली

 ऐसे ही नहीं चल रही गोली



 

 

30 जनवरी की दोपहर एक हमलावर ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में प्रदर्शनकारियों पर दिन-दहाड़े गोली चलाई. हादसे में शादाब फ़ारूक़ नाम के एक छात्र घायल हुए.


एक फ़रवरी को शाहीन बाग़ में प्रदर्शन स्थल के नज़दीक कपिल गुर्जर नाम के एक व्यक्ति ने गोली चलाई. जब पुलिस ने इस व्यक्ति को पकड़ा तो वो नारा लगा रहा था,"हमारे देश में किसी और की नहीं चलेगी, सिर्फ़ हिंदुओं की चलेगी."


इसके बाद दो फ़रवरी को देर रात जामिया मिल्लिया इस्लामिया में छात्रों के प्रदर्शनस्थल के बिल्कुल नज़दीक गोली चलने की ख़बर आई. बताया जा रहा है कि दुपहिया वाहन पर सवार दो लोगों ने हवा में गोलियाँ चलाईं.


दिल्ली में आठ फ़रवरी को मतदान है लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में बार-बार गोली चलने से सवाल खड़े हो रहे हैं कि गृह मंत्रालय की चूक है या फिर पुलिस प्रशासन की. या इस वक्त क़ानून व्यवस्था से जुड़ी जो भी घटना होगी उसकी ज़िम्मेदारी चुनाव आयोग पर होगी.


दो फरवरी को गोली चलने की घटना के बाद चुनाव आयोग ने दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था. उनके स्थान पर अब राजेंद्र प्रसाद मीणा को डीसीपी बनाया गया है.