पंजाब और केरल के बाद अब पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय सरकार ने भी शराब की दुकानें खोलने की मंजूरी दे दी गई है। हालांकि पश्चिम बंगाल में शराब की होम डिलीवरी की इजाजत दे दी है। बंगाल में शराब के लिए स्थानीय थाने की पुलिस पास जारी करेगी।
देश इस समय कोरोना की मार झेल रहा है। इस महामारी से संक्रमित लोगों की संख्या 9 हजार के पार हो गई है, जबकि मरने वालों का आंकड़ा भी 300 के पार पहुंच गया है। इस भयानक वायरस से बचने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। जिसे देखते हुए देश के कई राज्यों में लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दिया गया है।
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान राज्य में शराब की होम डिलीवरी की इजाजत दे दी है। बंगाल में शराब के लिए स्थानीय थाने की पुलिस पास जारी करेगी। इस पास के आधार पर शराब विक्रेता लोगों के घरों तक शराब की डिलिवरी कर सकेंगे। यानी जैसे सब्जी दूध की होम डिलीवरी हो रही है ऐसे ही अब आप शराब भी ऑर्डर कर सकेंगे।
पश्चिम बंगाल के अलावा रविवार को असम में भी 13 अप्रैल यानी आज से शराब की दुकानें खोलने की मंजूरी दे दी गई है। इसके अलावा मेघालय सरकार ने भी शराब बिक्री की अनुमित दे दी है। इससे पहले केरल और पंजाब दो ही राज्य ऐसे थे जहां पर सरकार ने शराब को आवश्यक वस्तु की श्रेणी में रखा है। इन दोनों राज्यों में पंजाब और केरल में शराब की दुकान खुली हैं और लोग यहां से शराब खरीद कर अपने घर ले जा पा रहे हैं।
फिलहाल उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में शराब की बिक्री पूरी तरह बंद है। शराब की डिलीवरी को लेकर अभी तक किसी भी फैसले के संकेत नहीं मिले हैं। इधर, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करके तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में मांस और जरूरी आवश्यक सामग्री बेचने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जबकि कुछ राज्यों में शराब को आवश्यक चीजों में माना जाता है। बता दें कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए देशभर 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित है। भारत में कोरोना के अब तक 9 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
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