Tuesday 5 May 2020

मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा- दुनिया कोरोना से लड़ रही है और कुछ लोग आतंकवाद जैसा वायरस फैला रहे

प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कहा, ‘‘आज मानवता सबसे गंभीर संकट का सामना कर रही है। इस समय गुट निरपेक्ष वैश्विक एकजुटता को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।





  • गुट निरपेक्ष देशों की बैठक में 120 देशों के राष्ट्राध्यक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस के खिलाफ उठाए गए कदमों की जानकारी दी


नई दिल्लीकोरोनावायरस से जारी लड़ाई के दौरान गुट निरपेक्ष देशों की बैठक में 120 देशों के राष्ट्राध्यक्ष सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कोरोना वायरस के खिलाफ भारत के कदमों की जानकारी दी। मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि एक ओर दुनिया कोरोनावायरस से लड़ाई लड़ रही है और दूसरी ओर कुछ लोग आतंकवाद, फेक न्यूज और फर्जी वीडियो जैसे वायरस फैलाने में जुटे हैं।


मोदी ने कहा, ‘‘आज मानवता कई दशकों के अपने सबसे गंभीर संकट का सामना कर रही है। इस समय गुट निरपेक्ष वैश्विक एकजुटता को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। नॉन एलाइन मूवमेंट (एनएएम) अक्सर दुनिया की नैतिक आवाज रहा है। इस भूमिका को बनाए रखने के लिए, एनएएम को समावेशी रहना चाहिए।’’ बता दें कि गुट निरपेक्ष को एनएएम भी कहा जाता है।


मोदी ने कहा- लोकतंत्र और अनुशासन मिलकर जनआंदोलन बन सकते हैं


उन्होंने कहा, ‘‘इस संकट के दौरान हमने दिखाया है कि किस प्रकार से लोकतंत्र और अनुशासन एक साथ मिलकर जन आंदोलन बना सकते हैं। भारतीय सभ्यता पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में देखती है। हम अपने नागरिकों की देखभाल करने के साथ अन्य देशों की भी मदद कर रहे हैं।’’


हमने 123 से अधिक देशों को मेडिकल सप्लाई पहुंचाई हैः मोदी


मोदी ने कहा, ‘‘कोरोनावायरस का मुकाबला करने के लिए, हमने अपने पड़ोसियों के साथ कॉर्डिनेशन को बढ़ावा दिया है। इसके साथ ही ही हम कई अन्य देशों के साथ मेडिकल क्षेत्र में अपनी विशेषता को भी साझा कर रहे हैं। साथ ही ऑनलाइन ट्रेनिंग भी दी जा रही है। अपनी जरूरतों के बावजूद हमने 123 से अधिक देशों को मेडिकल सप्लाई पहुंचाई है।’’


मोदी ने कहा- कोरोना के बाद वाली दुनिया में मानवता आधारित संगठन की जरूरत


उन्होंने कहा, ‘‘कोरोनावायरस ने हमें दिखाया है कि मौजूदा इंटरनेशनल सिस्टम की सीमाएं क्या हैं? कोरोना के बाद वाली दुनिया में हमें निष्पक्ष, समान और मानवता पर आधारित संगठन की जरूरत है। हमें ऐसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की जरूरत हो जो आज की दुनिया के अधिक प्रतिनिधि हैं।’’  


अजेरबैजान की पहल पर हुई बैठक
पूर्वी यूरोप और एशिया के बीच बसे देश अजेरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीवेव की पहल पर गुट निरपेक्ष देशों के प्रमुखों की यह बैठक बुलाई गई थी। इल्हाम अलियेव गुट निरपेक्ष आंदोलन के मौजूदा चेयरमैन हैं।


वर्तमान में गुट निरपेक्ष आंदोलन संयुक्त राष्ट्र के बाद विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक समन्वय और परामर्श का मंच है। इस समूह में 120 विकासशील देश शामिल हैं।



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