सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों का आना अनिवार्य, कर्मचारी होंगे एक तिहाई; कटघोरा और जजावल में बंद
- कर्मचारियों की रोस्टर के अनुसार लगेगी ड्यूटी, दफ्तरों को किया गया सैनिटाइज
- राज्य सरकार के आदेश के बाद 4 मई से शासकीय कार्यालयों को खुलेगा लॉक
- इसके साथ ही कार्यालयों को लेकर गाइड लाइन भी जारी की गई है।
छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से मंत्रालय महानदी भवन से शासकीय दफ्तर 4 मई से खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं।
रायपुर. छत्तीसगढ़ में सभी सरकारी कार्यालय भी सोमवार 4 मई से खुल जाएंगे। राज्य सरकार ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। हालांकि कोरबा के कटघोरा और सूरजपुर के जजावल को इस आदेश से बाहर रखा गया है। वहां सभी शासकीय कार्यालय बंद रहेंगे। प्रदेश के अन्य जिलों के सरकारी कार्यालयों में एक तिहाई ही कर्मचारी काम करेंगे, लेकिन गैजेटेड ऑफिसर को आना अनिवार्य है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने रविवार को सभी विभागों के सचिवों, संभागीय कमिश्नर, सभी कलेक्टर और विभागाध्यक्षों को शासकीय कार्यालयों का संचालन शुरू करने के लिए कहा गया है। इसके लिए तय गाइडलाइन के निर्देशों का पालन करना होगा। साथ ही कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन में कोरोना मामलों की संख्या कम होने के बाद जिला कलेक्टर अपने स्तर पर यहां कार्यालय खोलने का फैसला ले सकते हैं।
मीटिंग कम से कम होंगी, वीडियो कॉफ्रेंसिंग बनेगी माध्यम
- आदेश में कहा गया है, कार्यालयों में गैजेटेड ऑफिसर शत-प्रतिशत उपस्थिति होंगे। जबकि अन्य अधिकारी और कर्मचारियों की ड्यूटी रोस्टर के अनुसार लगाई जाएगी।
- सभी शासकीय कार्यालयों में सेनिटाइजेशन और नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था निर्देशों के अनुसार की जाए। सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था हो।
- मीटिंग कम से कम या जरूरत पड़ने पर ही की जाए। जरूरी हो तो सोशल-फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मीटिंग हो।
- कार्यालयों में लोगों के साथ मिलना-जुलना कम रखा जाए। जो लोग आएं उनको नियमों के अनुसार सेवा दी जाए। परिसर में शिकायत पेटी हो, जहां लाेगों के शिकायत डालने की सुविधा हो।
- अधिक से अधिक ऑनलाइन काम किया जाए। कार्यालय में आने-जाने के लिए सामूहिक के स्थान पर स्वयं के परिवहन का उपयोग करें।