Saturday 19 June 2021

भोपाल में साढ़े 6 इंच से ज्यादा हो चुकी बारिश

 

शुरुआती दौर में ही भोपाल के बड़ा तालाब में पानी छलकने लगा है। तालाब में जलस्तर का लेवल 1660 फीट पहुंच गया है। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले बड़ा तालाब पौने 2 फीट कम भराया है, पर मानसून के मिजाज को देखकर लगता है कि जून-जुलाई की बारिश में तालाब का जलस्तर काफी बढ़ जाएगा। कोलांस नदी के छलकने ने बड़ा तालाब में भी पानी का स्तर बढ़ेगा।
तालाब के कुल 365 वर्ग किमी केचमेंट एरिया में से करीब 225 वर्ग किमी इसी से भरता है। इसलिए जब भी सीहोर जिले में तेज बारिश होती है तो कोलांस नदी में पानी आता है, जो बड़ा तालाब में पहुंचता है।
2020 में इतना था जलस्तर
दिनजलस्तर (फीट में)
1 जून1661.70
18 जून1661.80
2021 में इतना है जलस्तर
दिनजलस्तर (फीट में)
1 जून1659.90
18 जून1660.00

बड़ा तालाब की कुल जलभराव क्षमता

  • 1666.80 फीट

मध्यप्रदेश में 1 से 18 जून के बीच रिकॉर्ड के अनुसार 109 प्रतिशत बारिश अधिक हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार अब तक के आंकलन और मानसूनी गतिविधि को देखते हुए सामान्य एवं सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद बनी हुई है। इससे भोपाल के बड़ा तालाब समेत अन्य जलस्रोतो में भी स्तर बढ़ेगा।

भोपाल के इन इलाकों में शनिवार को होगी कटौती..


वल्लभ नगर, तुलसी नगर व आसपास के इलाकों में 7 घंटे नहीं रहेगी बिजली, काजी कैम्प, आरबीआई कॉलोनी में भी होगी कटौती
शहर के कई इलाकों में शनिवार को बिजली कंपनी मेनटेनेंस का कार्य करेगी। इसलिए वहां साढ़े 5 से 7 
घंटे तक बिजली सप्लाई नहीं होगी। बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार आरबीआई कॉलोनी, कर्मशियल टेक्स ऑफिस व आसपास के क्षेत्रों में सुबह 9:30 से दोपहर 3 बजे तक सप्लाई बंद रहेगी, जबकि वल्लभ 
नगर, तुलसी नगर व आसपास के इलाकों में सुबह 9:30 से 4:30 बजे तक 7 घंटे तक तथा काजी कैम्प, चौकसे नगर, बैरसिया रोड, कांग्रेस नगर, सिंधी कॉलोनी, नगर निगम, ग्रीन पार्क कॉलोनी में सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक बिजली नहीं रहेगी

मानसून ने तय समय से 2 दिन पहले दी दस्तक


20 जून के बाद जमकर बारिश की संभावना


पिछले साल भी समय से पहले दस्तक दे दी थी, और पूरे सीजन अच्छी बारिश हुई थी।

पिछले साल भी समय से पहले दस्तक दे दी थी, और पूरे सीजन अच्छी बारिश हुई थी।

पिछले दो दिन हुई तेज बारिश के अगले ही दिन शुक्रवार को मौसम विभाग ने इंदौर में मानसून की दस्तक की घोषणा कर दी। दक्षिण-पश्चिम मानसून तय समय 20 जून से दो दिन पहले ही आ गया। लगातार तीन से चार दिन से हवा का रुख दक्षिण-पश्चिम बना हुआ था। तापमान में भी लगातार कमी आ रही थी। रुक-रुक कर बारिश भी हो रही थी। इन सभी को देखकर मानसून सक्रिय होने की घोषणा कर दी गई। मौसम विभाग की मानें, तो 20 जून के बाद इंदौर सहित मालवा-निमाड़ में बारिश जोर पकड़ेगी।

मौसम विशेषज्ञ जीडी मिश्रा ने बताया, बंगाल की खाड़ी में मजबूत सिस्टम बन रहा है। अरब सागर की ओर से भी हल्की नमी आ रही है। इस कारण अगले 24 घंटे में मानसून पूरी तरह से मप्र को कवर कर लेगा। हालांकि बारिश की शुरुआत पूर्वी मध्यप्रदेश से होगी। यहां अच्छी बारिश की संभावना है। यह सिस्टम मालवा-निमाड़ को भी भिगोएगा। हालांकि इंदौर में मानसून की दस्तक अरब सागर की ओर से माना जाता है, लेकिन पिछले दो साल से मानसून बंगाल की खाड़ी से दस्तक दे रहा है। पिछले साल भी इंदौर में अच्छी बारिश हुई थी। आंकड़ा का करीब 50 फीसदी तक पहुंच गया था।

मौसम विभाग की मानें, तो निम्न दाब का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिमी बिहार और दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर सक्रिय बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के साथ इसके शनिवार तक मप्र और उप्र के अन्य क्षेत्रों में सक्रिय होने की संभावना बनी हुई है। खासकर बड़वानी, खरगोन, इंदौर, अलीराजपुर, झाबुआ, देवास, आगर, उज्जैन, रतलाम, शाजापुर, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, टीकमगढ़, निवारी और झांसी जिलों में ज्यादा सक्रिय हो रहा है। मानसून गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी आगे बढ़ रहा है।

शहर एक, बारिश के आंकड़े तीन

पूर्वी क्षेत्र में 3 घंटे में 3 इंच गिरा पानी, एयरपोर्ट क्षेत्र में सिर्फ 2.8 मिमी तो कृषि कॉलेज में 2 इंच बरसा। बुधवार रात साढ़े 11 बजे से पूर्वी इंदौर में इतनी तेज बारिश हुई की महज 3 घंटे में 3.3 इंच पानी बरस गया। इसी समय एयरपोर्ट से लेकर, राजेंद्र नगर, महू नाका तक के हिस्से में केवल 2.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई।

इंदौर में अब तक 38 मिमी बारिश रिकॉर्ड
बारिश का चक्र 1 जून से लेकर 3 अक्टूबर तक का रहता है। ऐसे में इस सीजन में अब तक इंदौर में 38 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। गुरुवार को भी 3.6 मिमी बारिश हुई थी। शहर में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री जबकि न्यूनतम पारा 22.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ।